सारण: बिहार के सारण जिले में पंचायत चुनाव को लेकर लगातार शराब माफिया सक्रिय (Liquor Mafia Active in Bihar) है. शराब तस्कर दूसरे राज्यों से बिहार में शराब ला रहे हैं और राज्य में खपा रहे (Liquor smuggling in Bihar) हैं. इसको लेकर सारण के उत्पाद विभाग की टीम और पुलिस की टीम भी काफी चौकस है. उसके बाद भी शराब व्यवसायी और अवैध शराब कारोबारी लगातार शराब की खेप को ला रहे हैं और बिहार में यह शराब खपाई जा रही हैं.
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गुप्त सूचना के अनुसार जिले के मशरख स्थित बनसोई चेक पोस्ट पर एक ट्रैवलर मिनी बस यूपी 53 डीटी 4243 को गुप्त सूचना के आधार पर रोका गया था. ये बस उत्तर प्रदेश के देवरिया से वैशाली जा रही थी. जब चेकिंग की गई तो बस से तलाशी के दौरान भारी मात्रा में शराब बरामद की गई.
वहीं, उत्पाद अधीक्षक ने बताया कि बरामद शराब की कीमत करीब 10 लाख रुपए से ज्यादा है. इस मिनी बस से 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. यह सभी उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के रहने वाले हैं. इनके नाम रामानंद प्रसाद, रामप्रवेश खरवार और राजकुमार यादव है. सभी को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया है.
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बता दें कि 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने महिलाओं से शराबबंदी का वादा किया था. इसका एक उद्देश्य घरेलू हिंसा को रोकना था. चुनाव जीतने के बाद उन्होंने अपना वादा निभाया. एक अप्रैल 2016 बिहार निषेध एवं आबकारी अधिनियम के तहत बिहार में शराबबंदी लागू कर दी गई. तब से सरकार के दावे के बावजूद शराब की तस्करी और बिक्री धड़ल्ले से हो रही है. इसका प्रमाण शराब की बरामदगी और इस धंधे से जुड़े लोगों की गिरफ्तारी है. वहीं, सीएम नीतीश की समीक्षा बैठक के बाद से शराबबंदी कानून सख्ती से लागू करने को लेकर पुलिस मुस्तैद नजर आ रही है.
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