सारण: बिहार के छपरा में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग नई दिल्ली की टीम के द्वारा छपरा के मंडल कारा का निरीक्षण किया गया. इस टीम के सदस्यों ने छपरा के मंडल कारा का विधिवत निरीक्षण किया. मंडल कारा के एक एक बैरक का बहुत ही बारीकी से निरीक्षण किया और जेल के अधिकारियों से भी पूरी जानकारी ली. मानव अधिकार आयोग की टीम का अचानक छपरा के मंडल कारा पहुंचने पर जिले के प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया.
ये भी पढ़ें- बिहार में बड़े पैमाने पर IAS और IPS अधिकारियों का तबादला
छपरा के मंडल कारा का निरीक्षण: मानवाधिकार आयोग के माननीय सदस्य डॉक्टर डी एम मुले, सहायक निबंधन विधि देवेंद्र कुंद्रा और ज्ञानेश्वर सदस्य मानवाधिकार आयोग, निरीक्षक संतोष कुमार के द्वारा मंडल कारा छपरा का निरीक्षण और समीक्षा की गई. निरीक्षण के दौरान जिला पदाधिकारी सारण राजेश मीणा और पुलिस अधीक्षक सारण संतोष कुमार के साथ मंडल कारा के सभी उच्च अधिकारी भी उपस्थित थे.
गौरतलब है कि छपरा मंडल कारा की स्थिति बहुत ही दयनीय है और यहां जरूरत से काफी ज्यादा बंदी अपनी सजा काट रहे हैं. जिस कारण मंडल कारा में बंदियों की संख्या बहुत ज्यादा है और यहां काफी अफरा तफरी का माहौल रहता है, क्योंकि क्षमता से ज्यादा कैदी यहां पर है जो जेल के मानकों का पूरी तरह से उल्लंघन भी है. कैदियों के स्वास्थ्य एवं स्वच्छता पर भी सतर्कता बरतने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि जेल की क्षमता से अधिक कैदी रहने के सवाल को गंभीरता से देखा जाएगा. ट्रायल और सेशन कोर्ट के सहयोग से इस मुद्दे पर सुधार आवश्यक है. इसकी रिपोर्ट मुख्य सचिव को सौंपी जाएगी.
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP