भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया सुल्तानगंज-अगुवानी पुल का स्ट्रचर! हल्की बारिश और आंधी भी नहीं झेल पाया - ईटीवी न्यूज
भागलपुर के सुलतानगंज में बन रहा अगवानी पुल मामूली आंधी और बारिश में ही ढह (Under Construction Bridge Collapsed in Sultanganj) गया. जदयू विधायक प्रो. ललित नारायण मंडल ने निर्माण में धांधली का आरोप लगाया है. उन्होंने इस हादसे की विस्तृत जांच की मांग की है. इस हादसे में कई लोगों की जान बाल-बाल बच गयी. पढ़ें पूरी खबर.
भागलपुर/सुलतानगंज: भागलपुर के सुलतानगंज में निर्माणाधीन अगुवानी पुल का स्ट्रचर आंधी भी नहीं झेल सका (Under Construction aguwani Bridge in Sultanganj). करीब 1,710 करोड़ रुपए की लागत से बन रहा यह पुल शुक्रवार को धराशायी हो गया. हालांकि इस हादसे जानमाल का नुकसान तो नहीं हुआ लेकिन सरकारी खजाने से करोड़ों रुपये की क्षति हुई है. स्थानीय लोगों का कहना है कि पुल का ढांचा गिरने के दौरान कई लोगों की जान बच गई. घटना कि जानकारी मिलते ही स्थानीय विधायक ललित नारायण मंडल, अंचलाधिकारी शंभुशरण राय और प्रखंड विकास पदाधिकारी मनोज कुमार मुर्मु मौके पर पहुंच गए.
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विधायक ने लगाया भ्रष्टाचार का आरोप: मौके पर पहुंचे जेडीयू विधायक ललित नारायण मंडल (JDU MLA Lalit Narayan Mandal)ने इस पुल के निर्माण को लेकर सनसनीखेज आरोप लगाये हैं. उनका कहना है कि पुल के निर्माण में भरपूर भ्रष्टाचार हुआ है. अगुवानी पुल का निर्माण कार्य गुणवत्ता पूर्ण नहीं था. भ्रष्टाचार का ही नतीजा है कि मामूली सी आंधी और बारिश में पुल का ढांचा गिर गया. विधायक का कहना है कि वे पहले भी अगुवानी पुल का निरीक्षण कर चुके हैं. उस समय भी उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्माण कार्य में गुणवत्ता का ध्यान रखने का निर्देश दिया था.
'इस हादसे की निष्पक्ष और विस्तृत जांच होनी चाहिए. पुल के निर्माण के दौरान की गई गड़बड़ियों के कारण यह हादसा हुआ है. जांच कर पता लगाना जरूरी है कि इस पुल के गिरने के लिए कौन जिम्मेदार है.' -जेडीयू विधायक ललित नारायण मंडल
23 फरवरी 2014 को रखी गयी थी आधारशिला: आपको बता दें कि अगुवानी पुल बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक है. गंगा नदी पर बन रहे अगवानी-सुल्तानगंज पुल पर करीब 1,710 करोड़ रुपयों की लागत आई है. इसकी कुल लंबाई तकरीबन 3.160 किलोमीटर है. इस पुल की आधारशिला 23 फरवरी 2014 को खगड़िया जिले के परबत्ता में सीएम नीतीश कुमार ने रखी थी. 9 मार्च, 2015 को उन्होंने पुल निर्माण का काम शुरू करने के लिए उद्घाटन किया था. खगड़िया की ओर से 16 किलोमीटर और सुल्तानगंज की ओर से चार किलोमीटर लंबे एप्रोच रोड का निर्माण चल रहा है.
इसके बनने से उत्तर बिहार सीधे मिर्जा चौकी के रास्ते झारखंड से भी जुड़ जाएगा. विक्रमशिला सेतु पर भी वाहनों का दबाव कम होगा. वहीं, श्रावणी मेला के दौरान कांवरियों को भी खगड़िया से भागलपुर आने के लिए 90 किलोमीटर की दूरी की जगह केवल 30 किमी का ही सफर करना होगा.
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