भागलपुर: समझो समझाओ देश बचाओ यात्रा पर पूर्व केंद्रीय मंत्री सह रालोसपा राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा भागलपुर पहुंचे. शहर के बहरेपुरा ईदगाह मैदान में उन्होंने एनआरसी और एनपीआर को लेकर सभा को संबोधित किया.
कुशवाहा का सरकार पर हमला
इस दौरान उपेंद्र कुशवाहा ने सरकार पर हमला करते हुए कहा कि बीजेपी एनपीआर और एनआरसी के जरिए देश में जारी आर्थिक मंदी से लोगों का ध्यान भटकाना चाहती है. इससे सचेत रहने की जरूरत है. इसमें जमींदार परिवार से आने वाले मुसलमानों को कोई नुकसान नहीं होगा. लेकिन, गरीब मुसलमान और गरीब हिंदुओं का इसमें सबसे ज्यादा नुकसान होगा. उन्होंने कहा कि एनपीआर, एनआरसी का पहला स्टेज है. इससे 40 करोड़ गरीब पर भारी संकट आने वाली है.
'एनपीआर, एनआरसी का पहला स्टेज'
सभा के दौरान कुशवाहा ने एनआरसी पर पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के दिए भाषण को टीवी पर दिखाया. गृह मंत्री की वेबसाइट पर मौजूद नोटिफिकेशन का हवाला देते हुए उन्होंने कहा है कि एनपीआर, एनआरसी लागू करने का पहला स्टेज है.
'डिटेंशन सेंटर में बिहार के भी लोग'
कुशवाहा ने डिटेंशन सेंटर का वीडियो टीवी पर चलवाया और कहा कि यहां बिहार के लोगों को भी रखा गया है. असम सरकार ने बिहार सरकार को पत्र लिखकर संबंधित लोगों के सत्यापन की रिपोर्ट मांगी है. इसको लेकर बिहार के राजस्व विभाग ने संबंधित जिलों के कलेक्टर को पत्र भी लिखा है. कागजात नहीं देने पर उनकी नागरिकता समाप्त होने की बात कही गई है.
यह भी पढ़ें- CAA-NRC के नाम पर देश को बांटने को हो रही है कोशिश- RJD
सीएम नीतीश को बताया दोषी
उपेंद्र कुशवाहा ने इस मामले में बीजेपी से ज्यादा दोषी सीएम नीतीश कुमार को बताया है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार जनता को ठग रहे हैं. चुनाव आने वाला है तो सीएम कह रहे हैं कि बिहार में एनआरसी लागू नहीं होगा. यदि उनमें हिम्मत है तो केरल और पंजाब की तरह बिहार विधानसभा से यह पारित करवाए कि यहां एनआरसी लागू नहीं होगा.