भागलपुर: ईस्टर्न रेलवे के मालदा डिविजन का सबसे बड़ा स्टेशन भागलपुर है. इस स्टेशन से रेवले को सबसे ज्यादा राजस्व जाता है. लेकिन यहां बुनियादी सुविधाएं भी यात्रियों को नहीं मिल पाती है. इन सबों के बावजूद जंक्शन पर नए वेटिंग लाउंज बनाए गए हैं. जिसका उद्धाटन प्रभारी डीआरएम पीके मिश्रा ने किया. उन्होंने जल्द ही स्टेशन पर कई और सुविधाएं उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया.
डीआरएम ने किया वेटिंग लांज का उद्घाटन
भागलपुर के फर्स्ट क्लास वेटिंग लांच का उद्घाटन करते हुए प्रभारी डीआरएम पीके मिश्रा ने कहा इस वेटिंग लाउंज में शरतचंद्र चट्टोपाध्याय की तस्वीरें भी लगाई जाएंगी. ताकि लोगों को भागलपुर के इतिहास और यहां के साहित्य से जुड़े लोगों की जानकारी हो सके. यहां आने वाले लोगों को पता चले कि महान उपन्यासकार शरतचंद्र चट्टोपाध्याय का जुड़ाव भागलपर से ही है. बचपन से लेकर युवा होने तक शरतचंद्र चट्टोपाध्याय की जिंदगी भागलपुर से जुड़ी हुई थी. यहीं की कहानी पर उनकी रचना देवदास और परिणीता है.
स्टेशन पर बुनियादी सुविधाओं का अभाव
बता दें कि भागलपुर स्टेशन शुरुआत के दिनों से ही काफी उपेक्षित रहा है. यहां के लोगों के द्वारा हमेशा से बुनियादी सुविधाओं की मांग की जाती रही है. लेकिन रेल विभाग के उच्च पदाधिकारियों द्वारा हमेशा स्टेशन को नजरअंदाज किया गया है. वहीं, बंगाली समाज से जुड़े तापस कुमार घोष का कहना है की इस स्टेशन पर बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव है. सरकार को यहां कम से कम बुनियादी सुविधाएं जरूर देनी चाहिए. साथ ही यहां के महान हस्ती के बारे में लोगों को जानकारी हो इसके लिए कुछ कदम उठाये जाने चाहिए. स्टेशन पर एक नंबर प्लेटफार्म को छोड़कर किसी भी प्लेटफार्म पर शौचालय नहीं है. हाल ही में शुरू किए गए स्वचालित सीढ़ी एस्केलेटर भी इन दिनों काम नहीं कर रहा है.