भागलपुर: शहर का नाम स्मार्ट सिटी की सूची में शुमार तो हो गया. लेकिन भागलपुर से हवाई सेवा शुरू होने की योजना पर विराम लग गया है. भागलपुर में लगातार हवाई सेवा शुरू करने की बात को लेकर राजनीति होती आ रही है. बावजूद इसके हवाई सेवा शुरू नहीं हो पाई है.
जिला प्रशासन ने हवाई सेवा शुरू करने के लिए लैंडिंग चार्ज को भी कम कर दिया. लेकिन किसी भी कंपनी ने अभी तक हवाई सेवा शुरू नहीं की. जिला प्रशासन की ओर से इसी उम्मीद से लैंडिंग चार्ज कम किया गया था कि छोटी-मोटी एविएशन कंपनियां यहां आएंगी. दिल्ली की एयर कंपनी ने 2 साल पहले दौरा कर हवाई अड्डे को विकसित करने का प्रस्ताव दिया था.
पूर्व सांसद की पहल पर पहुंची थी कंपनी
दिल्ली की एयर कंपनी एविएशन व्हिज् लैब ने भागलपुर के पूर्व सांसद शाहनवाज हुसैन के कहने पर भागलपुर हवाई अड्डा पहुंचकर दौरा किया था. अपनी जरूरत के हिसाब से एक डेवलपमेंट प्लान भागलपुर के जिला पदाधिकारी को सौंपा था. जिसमें करीब डेढ़ सौ करोड़ रुपये से हवाई अड्डा को विकसित करने के प्लान था. अभी उत्तम कंपनी से दिए गए डेवलपमेंट प्लान को भागलपुर के जिला पदाधिकारी ने स्मार्ट सिटी मुख्यालय को भेज दिया था. ताकि स्मार्ट सिटी फंड से हवाई अड्डे को विकसित किया जा सके और भागलपुर में हवाई सेवा शुरू हो. लेकिन अभी तक स्मार्ट सिटी मुख्यालय से हवाई अड्डा को विकसित करने के लिए कोई भी दिशा निर्देश प्राप्त नहीं हुआ है.
टूरिस्ट हब बन सकता है भागलपुर
ऐसा कहा जा रहा है कि जिले में हवाई सेवा शुरू होने से बुद्धिस्ट सर्किट और रेशम उद्योग भी डेवलप होगा. साथ ही कहलगांव स्थित विक्रमशिला विश्वविद्यालय बौद्ध धर्म से जुड़े होने की वजह से एक बड़ा टूरिस्ट हब भी बन सकता है. आए दिन बड़ी संख्या में पर्यटक प्राचीन विक्रमशिला विश्वविद्यालय को देखने के लिए देश-विदेश से आते हैं. हवाई सेवा शुरू होने के बाद आने-जाने वाले लोगों की तादाद बढ़ जाएगी. इसके अलावा भागलपुर का डॉल्फिन सेंचुरी और गरुड़ भी पूरे विश्व में काफी प्रचलित है. जिसकी वजह से यह एक बड़ा टूरिज्म स्पॉट बन सकता है.