भागलपुर: आधुनिकता और ग्लोबलाइजेशन के इस दौर में सबकुछ डिजिटल हो गया है. इसी कड़ी में पुराने दौर के ज्यादातार सिनेमाघर अब मल्टीप्लेक्स के कारण बंद होने की कगार पर हैं, और जो चल रहे हैं वो भी घाटे के दौर से गुजर रहे हैं. शहर के कई सिनेमाघर बंद हो चुके हैं और कई बंद होने की कगार पर पहुंच चुके हैं.
घट रही ऑडियंस की भीड़
पूरे शहर के एकमात्र सिनेमाघर दीपप्रभा के प्रबंधक का कहना है कि लगातार ऑडियंस की संख्या में गिरावट आ रही है. जिसकी वजह से सिनेमाघर के रख रखाव के साथ-साथ काम करने वालों की सैलरी देने में भी काफी दिक्कत आ रही है. अभी जमाना बदल गया है. जिस तरह के सिनेमा हॉल शहर के लोग चाहते हैं, वैसी सुविधा काफी महंगी है जो हम नहीं दे पा रहे हैं. इसलिए ऑडियंस की भीड़ घट गई है.
नई तकनीक और सुविधाओं का अभाव
स्थानीय युवाओं का कहना है कि शहर के सिनेमाघरों में हालिया नई तकनीक की कोई भी सुविधा मौजूद नहीं है. दूसरे शहरों में नई तकनीक और सुविधाओं से लैस सिनेमाघर हैं. यह सिर्फ नाम की स्मार्ट सिटी है. यहां कोई भी सुविधा नहीं मिलती है. भागलपुर में 2 सिनेमाघरों को छोड़कर अभी मनोरंजन के लिए कोई दूसरी जगह नहीं है. लोग भागलपुर से सटे झारखंड के शहर देवघर में जाकर आईनॉक्स पर सिनेमा देखने का लुत्फ उठाते हैं.