भागलपुर: विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले को लेकर तैयारियां जोर-शोर से जारी है. मेले की सुरक्षा से संबंधित सभी जरूरी दिशा-निर्देश अधिकारियों को दे दिए गए है. इस बार भी कांवरिया पथ को पूरी तरह से दुरुस्त करने के लिए जिला पदाधिकारी ने संबंधित अधिकारी को आदेश दिए हैं. साथ ही सुरक्षा को लेकर भी रेल प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है.
सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चाक-चौबंद
श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने से सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह से चाक-चौबंद रखने के लिए सभी व्यवस्था की जा रही है. साथ ही रेल से यात्रा करने में भी श्रद्धालु सुरक्षित रहें इसके लिए आरपीएफ आईजी अंबिका नाथ मिश्रा ने संबंधित अधिकारी को विशेष निर्देश दिए है. जिला पदाधिकारी प्रणव कुमार ने मेले की तैयारी 10 जुलाई तक कराने को लेकर बैठकों का भी सिलसिला जारी है.
डॉक्टरों को प्रतिनियुक्त करने के आदेश
प्रशासनिक व्यवस्था के साथ सुरक्षा के भी इंतजाम किए जा रहे हैं. भागलपुर सिविल सर्जन को भी डॉक्टरों को प्रतिनियुक्त करने के आदेश दे दिए गए हैं. डॉक्टर की कमी होने की वजह से सिविल सर्जन भागलपुर में जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज से डॉक्टरों की मांग की है, जिसमें 11 डॉक्टर प्रतिनियुक्ति श्रावणी मेला को लेकर कर दी गई है. 17 जुलाई से शुरू होने वाले से विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला को लेकर प्रशासन की तरफ से मुकम्मल व्यवस्था की गई है. जिला पदाधिकारी प्रणव कुमार समय-समय पर करेंगे.
एशिया का सबसे बड़े मेला है श्रावणी मेला
विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला एशिया का सबसे बड़े मेले के तौर पर जाना जाता है. जिसमें करोड़ों लोग बाबा बैजनाथनाथ देवघर सुल्तानगंज के अजगैबीनाथ धाम से जल लेकर कांवर यात्रा करते हुए पैदल ही 105 किलोमीटर का सफर तय करते हैं श्रावणी मेले में प्रशासनिक तैयारियां काफी जोर-शोर से की जाती है ताकि मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की कठिनाइयां नहीं हो.