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उत्तर बंगाल में बाढ़ जैसे हालात से जुलाई में चाय की 15 प्रतिशत फसल का नुकसान - भारतीय चाय संघ

आईटीए उत्तर भारत के चाय बागानों का शीर्ष संगठन है. राहा ने कहा कि उत्तरी बंगाल क्षेत्र में सालाना करीब 20 करोड़ किलोग्राम चाय का उत्पादन होता है. इसका करीब 15 प्रतिशत जुलाई में सामान्य मौसमी परिस्थितियों में उत्पादित होता है.

उत्तर बंगाल में बाढ़ जैसे हालात से जुलाई में चाय की 15 प्रतिशत फसल का नुकसान
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Published : Jul 25, 2019, 9:11 PM IST

कोलकाता: उत्तरी बंगाल में बाढ़ जैसे हालातों के चलते जुलाई में 15 प्रतिशत चाय की फसल का नुकसान हुआ है. इस क्षेत्र में सालाना 20 करोड़ किलोग्राम चाय का उत्पादन होता है.

भारतीय चाय संघ (आईटीए) के महासचिव अरिजीत राहा ने पीटीआई-भाषा से कहा, "बाढ़ जैसे हालात के चलते उत्तरी बंगाल में पहले ही 15 प्रतिशत फसल का नुकसान हो चुका है."

आईटीए उत्तर भारत के चाय बागानों का शीर्ष संगठन है. राहा ने कहा कि उत्तरी बंगाल क्षेत्र में सालाना करीब 20 करोड़ किलोग्राम चाय का उत्पादन होता है. इसका करीब 15 प्रतिशत जुलाई में सामान्य मौसमी परिस्थितियों में उत्पादित होता है, लेकिन बाढ़ के चलते जुलाई की 15 प्रतिशत फसल पहले से ही प्रभावित है.

ये भी पढ़ें: श्रमिक कानून में बदलाव के प्रस्ताव के विरोध पर श्रमिकों का दो अगस्त को देशव्यापी प्रदर्शन का एलान

उन्होंने कहा कि जुलाई माह में उत्पादित होने वाली चाय उत्कृष्ट गुणवत्ता की होती है. इसका बाजार में अच्छा मूल्य मिलता है। अब इसका नुकसान हो चुका है.

कोलकाता: उत्तरी बंगाल में बाढ़ जैसे हालातों के चलते जुलाई में 15 प्रतिशत चाय की फसल का नुकसान हुआ है. इस क्षेत्र में सालाना 20 करोड़ किलोग्राम चाय का उत्पादन होता है.

भारतीय चाय संघ (आईटीए) के महासचिव अरिजीत राहा ने पीटीआई-भाषा से कहा, "बाढ़ जैसे हालात के चलते उत्तरी बंगाल में पहले ही 15 प्रतिशत फसल का नुकसान हो चुका है."

आईटीए उत्तर भारत के चाय बागानों का शीर्ष संगठन है. राहा ने कहा कि उत्तरी बंगाल क्षेत्र में सालाना करीब 20 करोड़ किलोग्राम चाय का उत्पादन होता है. इसका करीब 15 प्रतिशत जुलाई में सामान्य मौसमी परिस्थितियों में उत्पादित होता है, लेकिन बाढ़ के चलते जुलाई की 15 प्रतिशत फसल पहले से ही प्रभावित है.

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उन्होंने कहा कि जुलाई माह में उत्पादित होने वाली चाय उत्कृष्ट गुणवत्ता की होती है. इसका बाजार में अच्छा मूल्य मिलता है। अब इसका नुकसान हो चुका है.

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कोलकाता: उत्तरी बंगाल में बाढ़ जैसे हालातों के चलते जुलाई में 15 प्रतिशत चाय की फसल का नुकसान हुआ है. इस क्षेत्र में सालाना 20 करोड़ किलोग्राम चाय का उत्पादन होता है.

भारतीय चाय संघ (आईटीए) के महासचिव अरिजीत राहा ने पीटीआई-भाषा से कहा, "बाढ़ जैसे हालात के चलते उत्तरी बंगाल में पहले ही 15 प्रतिशत फसल का नुकसान हो चुका है."

आईटीए उत्तर भारत के चाय बागानों का शीर्ष संगठन है. राहा ने कहा कि उत्तरी बंगाल क्षेत्र में सालाना करीब 20 करोड़ किलोग्राम चाय का उत्पादन होता है. इसका करीब 15 प्रतिशत जुलाई में सामान्य मौसमी परिस्थितियों में उत्पादित होता है, लेकिन बाढ़ के चलते जुलाई की 15 प्रतिशत फसल पहले से ही प्रभावित है.

उन्होंने कहा कि जुलाई माह में उत्पादित होने वाली चाय उत्कृष्ट गुणवत्ता की होती है. इसका बाजार में अच्छा मूल्य मिलता है। अब इसका नुकसान हो चुका है.

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