भागलपुर: बिहार में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर सूबे के सीएम नीतीश कुमार मीटिंग करते हैं. पुलिस अधिकारियों को कड़े निर्देश जारी करते हैं. लेकिन इन सारी कवायद को प्रदेश के पुलिसकर्मी पलीता लगाने में लगे हुए हैं. ताजा मामला भागलपुर के नवगछिया जिले के खरीक थाना का है. शराबबंदी कानून को ठेंगा दिखाते हुए यहां के थानेदार दिलीप कुमार खुद ही शराब के नशे में गिरफ्तार किए गए हैं.
नशे की हालत में गिरफ्तार हुआ दारोगा
बताया जा रहा है कि गुप्त सूचना पर नवगछिया एसपी निधि रानी और एसडीपीओ प्रवेन्द्र भारती ने सोमवार देर रात कार्रवाई करते हुए शराबी थानेदार को गिरफ्तार किया और उनका मेडिकल टेस्ट कराया. जांच में थानेदार के शराब पीने की पुष्टि हुई. इसके बाद आज कोर्ट में पेश करने के बाद उसे जेल भेज दिया गया. मामले की जानकारी देते हुए नवगछिया एसपी ने आरोपी थानेदार की बर्खास्तगी करने की बात कही है.
दिन में ली थी शराबबंदी की शपथ
आपको बता दें कि पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर सोमवार की दोपहर में ही पुलिस के अधिकारियों और जवानों ने शराब का सेवन नहीं करने और शराबबंदी कानून को सख्ती से लागू कराने की दिशा में काम करने का शपथ ली थी. गौरतलब है कि इससे पहले भी नवगछिया पुलिस जिला में एक सिपाही को शराब के नशे में गिरफ्तार कर उन्हें बर्खास्त किया गया था.
DGP की कार्रवाई का भी नहीं है खौफ
बता दें कि हाल में इसी नवगछिया जिला में डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने कई थानों का निरीक्षण किया था. इस दौरान रंगरा थाने के सभी पुलिसकर्मियों को कार्य में लापरवाही बरतने के आरोप में सस्पेंड कर दिया था. बावजूद इसके पुलिसकर्मी का शराब के नशे में पकड़ा जाना यह साबित करता है कि पुलिसकर्मियों में डीजीपी की कार्रवाई का भी कोई खौफ नहीं है.