बेगूसराय: वर्षों प्रतीक्षा के बाद बेगूसराय और मुंगेर के बीच गंगा नदी पर रेल पुल का निर्माण कराया गया. रेल प्रशासन ने बेगूसराय से मुंगेर के लिए एक जोड़ी ट्रेन का परिचालन भी शुरू किया, लेकिन हजारों यात्री मात्र इस एक जोड़ी ट्रेन के जरिए कैसे यात्रा करते हैं यह देखकर आप हैरान हो जाएंगे.
रेल यातायात में लोगों को काफी परेशानी
औद्योगिक जिला होने की कारण बेगूसराय और प्रमंडलीय मुख्यालय होने के कारण मुंगेर के बीच हजारों की संख्या में यात्री मुंगेर से बेगूसराय यात्रा करते हैं. लेकिन एकमात्र ट्रेन होने की वजह से यातायात में लोगों को काफी परेशानी हो रही है. हमेशा अत्यधिक भीड़ होने के कारण जान का भी खतरा मंडराता रहता है.
इंजन पर सवार होकर यात्रा करते हैं लोग
बेगूसराय से मुंगेर के बीच चलने वाली ट्रेन में आम यात्री भेड़ बकरियों की तरह यात्रा करने को मजबूर हैं. हालात यह है कि जब डब्बे में लोगों को जगह नहीं मिलती है तो दरवाजे के पायदान और रेल इंजन पर सवार होकर यात्रा करते हैं. इस कारण कई बार दुर्घटनाएं भी घट चुकी हैं. बावजूद इसके रेल प्रशासन यात्रियों की सुविधा के प्रति उदासीन बना हुआ है.
ट्रेनों में होती है धक्का-मुक्की
न तो रेल प्रशासन इस मसले पर कोई पहल कर रही है और ना ही लोगों की सुरक्षा के लिए पुलिस बल स्टेशनों पर मौजूद होते हैं. नतीजा लोग धक्का-मुक्की कर ट्रेन में अपनी जगह सुरक्षित करने की जुगत में होते हैं. इस कारण मारपीट की घटनाएं भी कई बार घट चुकी हैं.
रेल विभाग की उदासीनता
रेल इंजन पर सवार होकर यात्रा करना कहीं ना कहीं खुलेआम मौत को आमंत्रण देने जैसा है. लोगों का कहना है कि वैसे यात्री जिन्हें हर दिन मुंगेर जाना होता है और वापस आना होता है उनके पास इस ट्रेन के अलावा कोई और विकल्प ही नहीं है जिससे वह यात्रा कर सकें.
ज्यादा ट्रेनों का परिचालन शुरू करने की मांग
ऐसे में उनकी नई सरकार और प्रशासन से एक ही मांग है कि इस रेलखंड पर और भी ट्रेनों का परिचालन शुरू किया जाए ताकि यात्री सुरक्षित यात्रा कर सकें.