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लाजवाब : प्राइवेट स्कूलों को मात दे रहा है यह सरकारी स्कूल, CCTV की निगरानी में होती है पढ़ाई

तिलौथू प्रखंड का पतलुका मध्य विद्यालय की अपनी अलग पहचान है. ये विद्यालय पूरी तरह से सीसीटीवी के निगरानी में है.

सीसीटीवी की निगरानी में होती है पढ़ाई
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Published : Jun 13, 2019, 2:09 PM IST

रोहतास: बिहार में सरकारी स्कूलों का स्थिति क्या है यह हम सब जानते हैं. सरकारी स्कूलों की बदहाली से पूरा जिला वाकिफ है. ऐसे में जिले के तिलौथू प्रखंड का पतलुका मध्य विद्यालय प्राइवेट स्कूल को मात दे रहा है.

rohtas
इस विद्यालय में CCTV की निगरानी में होती है पढ़ाई

विद्यालय में लगा है सीसीटीवी
रोहतास जिले के तिलौथू प्रखंड के पतलुका मध्य विद्यालय की तस्वीर बिल्कुल हैरान कर देने वाली है. प्राइवेट स्कूलों में जो सुविधाएं मिलती है वह सारी सुविधाएं इस मध्य विद्यालय में भी मिलती है. यह विद्यालय पूरी तरह से सीसीटीवी के निगरानी में है. विद्यालय का प्रत्येक कमरा सीसीटीवी से लैस है.

स्कूल में चल रहे गतिविधियों पर पैनी नजर
लिहाजा प्रिंसिपल बच्चों और शिक्षकों पर ध्यान देते रहते हैं. प्रिंसिपल ने बताया कि गांव वालों के जिद्द से इस स्कूल में सीसीटीवी लगाया गया है. सीसीटीवी लगाने के पीछे का सबसे अहम मकसद था स्कूल में चल रहे गतिविधियों पर नजर रखना. पिछले 2 साल से कोई भी अधिकारी स्कूल की जांच में नहीं आए हैं.

पेश है रिपोर्ट

पतलूका मध्य विद्यालय की अलग पहचान

जाहिर है, स्कूल का रिकॉर्ड इतना बेहतर है कि अधिकारियों को भी इस पर पूरा भरोसा है. आमतौर पर देखा जाता है कि सरकारी स्कूलों में पढ़ाई ना के बराबर ही होती है लेकिन पतलूका का यह मध्य विद्यालय लोगों के बीच एक अलग ही पहचान बना चुका है.

रोहतास: बिहार में सरकारी स्कूलों का स्थिति क्या है यह हम सब जानते हैं. सरकारी स्कूलों की बदहाली से पूरा जिला वाकिफ है. ऐसे में जिले के तिलौथू प्रखंड का पतलुका मध्य विद्यालय प्राइवेट स्कूल को मात दे रहा है.

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इस विद्यालय में CCTV की निगरानी में होती है पढ़ाई

विद्यालय में लगा है सीसीटीवी
रोहतास जिले के तिलौथू प्रखंड के पतलुका मध्य विद्यालय की तस्वीर बिल्कुल हैरान कर देने वाली है. प्राइवेट स्कूलों में जो सुविधाएं मिलती है वह सारी सुविधाएं इस मध्य विद्यालय में भी मिलती है. यह विद्यालय पूरी तरह से सीसीटीवी के निगरानी में है. विद्यालय का प्रत्येक कमरा सीसीटीवी से लैस है.

स्कूल में चल रहे गतिविधियों पर पैनी नजर
लिहाजा प्रिंसिपल बच्चों और शिक्षकों पर ध्यान देते रहते हैं. प्रिंसिपल ने बताया कि गांव वालों के जिद्द से इस स्कूल में सीसीटीवी लगाया गया है. सीसीटीवी लगाने के पीछे का सबसे अहम मकसद था स्कूल में चल रहे गतिविधियों पर नजर रखना. पिछले 2 साल से कोई भी अधिकारी स्कूल की जांच में नहीं आए हैं.

पेश है रिपोर्ट

पतलूका मध्य विद्यालय की अलग पहचान

जाहिर है, स्कूल का रिकॉर्ड इतना बेहतर है कि अधिकारियों को भी इस पर पूरा भरोसा है. आमतौर पर देखा जाता है कि सरकारी स्कूलों में पढ़ाई ना के बराबर ही होती है लेकिन पतलूका का यह मध्य विद्यालय लोगों के बीच एक अलग ही पहचान बना चुका है.

Intro:रोहतास। बिहार में सरकारी स्कूलों का क्या हाल है यह किसी से नहीं छुपा है। आए दिन सरकारी स्कूलों कि किरकिरी होती रहती है। लेकिन जिले के तिलौथू प्रखंड का यह सरकारी स्कूल प्राइवेट स्कूल को मात दे रहा है।


Body:गौरतलब है कि एक तरफ जहां सरकारी स्कूलों कि आए दिन फ़ज़ीहत होती रहती है। जिसको लेकर सरकार से लेकर पदाधिकारियों तक की फजीहत होती है। सरकारी स्कूल के बच्चे ना तो सही से शिक्षा ग्रहण कर पाते हैं और ना ही टीचरों का उन पर कोई विशेष ध्यान होता है। लेकिन रोहतास जिले के तिलौथू प्रखंड के पतलुका मध्य विद्यालय की तस्वीर बिल्कुल हैरान कर देने वाली है। तिलौथू प्रखंड का पतलुका मध्य विद्यालय प्राइवेट स्कूलों को मात दे रहा है। प्राइवेट स्कूलों में जो सुविधाएं मिलती है वह सारी सुविधाएं इस मध्य विद्यालय में भी मिलती है। वही इस विद्यालय कि देखरेख तीसरी आंख के द्वारा की जाती है यानी विद्यालय पूरी तरह से सीसीटीवी के निगरानी में है। विद्यालय का प्रत्येक कमरा सीसीटीवी से लैस है। लिहाजा प्रिंसिपल पूरी निगरानी से अपने बच्चों पर ध्यान देते हैं कि मास्टर साहब क्लास में जाने के बाद क्या करते हैं। सीसीटीवी में कैद हुई तस्वीरों के बाद तुरंत प्रिंसिपल के द्वारा उस पर एक्शन लिया जाता है कि वाकई मास्टर साहब क्लास के अंदर बच्चों को पढ़ा रहे हैं या फिर क्लास में बैठे मटरगश्ती कर रहे हैं। जहीर सीसीटीवी लगने से स्कूल में चार चांद लगा हुआ है। वही प्रिंसिपल ने बताया कि गांव वालों के जिद्द से इस स्कूल में सीसीटीवी लगाया गया है। सीसीटीवी लगाने के पीछे सबसे अहम मकसद रहा स्कूल में क्या गतिविधियां हो रही है इस पर नजर रखा जाए ताकि जो भी बच्चे यहां शिक्षा ग्रहण करने के लिए आ रहे हैं उनके लिए फायदेमंद साबित हो। आमतौर पर देखा जाता है कि सरकारी स्कूलों में शिक्षा या पढ़ाई ना के बराबर ही होती है। लेकिन पतलूका का यह मध्य विद्यालय लोगों के बीच में एक अलग ही पहचान बना चुका है। वही स्कूल के प्रिंसिपल ने बताया कि पिछले 2 साल से कोई भी अधिकारी स्कूल की जांच में नहीं आए हैं। जाहिर है स्कूल का रिकॉर्ड इतना बेहतर है कि अधिकारियों को भी इस पर पूरा भरोसा है। वही बच्चों ने भी बताया कि सीसीटीवी होने से हम लोगों की पढ़ाई काफी बेहतर होती है। फराटेदार नॉलेज इन स्कूल के बच्चों में खास तौर पर देखा जा सकता है। चाहे वह बिहार के मुख्यमंत्री हो या फिर राष्ट्रपति यह तमाम जानकारियां इन बच्चों को है। वहीं प्रिंसिपल ने बताया कि वह सारे बच्चों को अपना बच्चा समझते हैं ताकि उनका भविष्य उज्जवल हो सके।


Conclusion:बहरहाल सरकारी सिस्टम पर सवाल उठाने वालों के लिए यह एक करारा तमाचा है जो सरकारी स्कूलों की बदइंतजामी पर हो हल्ला मचाते हैं। लेकिन यह सरकारी स्कूल आज जिले में अपना एक अलग वजूद बना चुका है।

बाइट। प्रिंसिपल
बाइट। टीचर
बाइट। छात्र
पीटीसी
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