अररिया: मुजफ्फरपुर में बच्चों की हो रही मौत के बाद सदर अस्पताल अररिया के प्रांगण में एक बैठक की गई. इसमें इंसेफलाइटिस, इससे निबटने और जिले में मौजूदा स्वास्थ्य व्यवस्था पर चर्चा की गई. इस दौरान जिले के सभी स्वास्थ कर्मी मौजूद रहे.
सदर अस्पताल में बैठक
बिहार के मुजफ्फरपुर में एईएस बीमारी से करीब दो सौ से ज़्यादा बच्चों की मौत हो चुकी है. इसे लेकर अररिया सदर अस्पताल में बैठक बुलाई गई, जिसमें जिले के स्वास्थ विभाग से जुड़े सारे अधिकारी मौजूद रहे. इस बैठक की अध्यक्षता जिला सीएस डॉक्टर सुरेश प्रसाद, डीपीएम रेहान अशरफ, बीडीओ डॉ. अजय कुमार सिंह के अलावा कई विभागीय लोग मौजूद थे.
चमकी से निबटने पर चर्चा
इस बैठक का मुख्य उद्देश्य ये जानना था कि अररिया में इस बीमारी से बचाओ के लिए क्या इंतजाम किये गये है. इस बीमारी के लिए स्पेशलिस्ट डॉक्टर की टीम, दवाई और बेड उपलब्ध है. डॉक्टर अजय सिंह बताते हैं कि इस मीटिंग के माध्यम से सारे मेडिकल स्टाफ को अपडेट करने के लिए बुलाया गया था. इसके अवेयरनेस के लिए आंगनबाड़ी, एएनएम और जीविका के माध्यम से पहल किया जा रहा है.
ऐहतियात बरतना बेहद जरूरी
ग्रामीण क्षेत्रों में और अररिया में अभी तक इस तरह के मामले नहीं पाए गए हैं. इससे बचने का तरीका यही है कि बच्चों को रात में खाना खिला कर सुलाएं, हो सके तो दो बार स्नान कराएं, आसपास साफ सफाई रखें. बच्चे को सांस लेने में दिक्कत होना या बेहोश हो जाना, इस तरह का कोई भी लक्षण दिखे तो उसे तुरंत डॉक्टर के पास ले जाएं.