दरभंगा: दरभंगा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में लापरवाही का एक और मामला सामने आया है. डॉक्टरों ने एक मरीज के बाएं हाथ के बजाए दाहिनी हाथ में प्लास्टर चढ़ा दिया. जिसके बाद मरीज के परिजनों ने हंगामा करना शुरू किया. लेकिन, अस्पताल प्रबंधन तब भी अपनी गलती स्वीकार करने को राजी नहीं हुआ.
पूरा मामला
डीएमसीएच आए दिन अपने कारनामों को लेकर चर्चा में रहता है. इस बार यहां के डॉक्टरों ने 7 वर्षीय फैजान के टूटे हुए बायें हाथ के बदले दहिने हाथ में प्लास्टर कर दिया. जिसके बाद पीड़ित परिवार अपनी शिकायत लेकर अस्पताल अधीक्षक के पास पहुंचा.
पेड़ पर चढ़ने के क्रम में टूटा हाथ
पीड़ित फैजान जिले के हनुमान नगर प्रखंड के गोदाईपट्टी का निवासी है. तीन दिन पहले आम के पेड़ पर चढ़ने के क्रम में वह गिर गया और उसका हाथ टूट गया. जिसके बाद परिजनों ने इलाज के लिए उसे स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया. जहां प्राथमिक इलाज के बाद उसे डीएमसीएच रेफर कर दिया गया. लेकिन, रविवार होने के कारण फैजान का इलाज नहीं हो पाया और वह सोमवार को अस्पताल पहुंचा. जहां लगभग पूरे दिन की भागदौड़ के बाद फैजान के हाथ पर प्लास्टर चढ़ाया गया. वह भी गलत हाथ पर लगा.
परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप
फैजान की मां ने अस्पताल पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्लास्टर के लिए रुई और दवा भी बाहर से खरीद के लाना पड़ा था. अस्पताल में रुई तक के लिए पैसा लिया गया. कर्मियों के प्रति उनका व्यवहार भी सही नहीं था. जिनके खिलाफ उन्होंने अस्पताल अधीक्षक के पास शिकायत दर्ज कराई है.
गौरतलब है कि दरभंगा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल उत्तर बिहार का सबसे बड़ा अस्पताल है. इस अस्पताल में आसपास के जिले सहित पड़ोसी देश नेपाल के भी मरीज इलाज करवाने पहुंचते हैं. ऐसे में इस तरह की बड़ी लापरवाही यहां के चिकित्सक और कार्य प्रणाली पर दोनों पर सवाल खड़े करती है.