नागपुर: महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने मानहानि मामले में सजा सुनाए जाने के कारण राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित किए जाने के बाद रविवार को सवाल किया कि सोनिया और राजीव गांधी को लगातार निशाना बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अयोग्य क्यों नहीं ठहराया जा रहा? उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को लोगों की आवाज बनने के लिए दंडित किया जा रहा है.
पटोले ने कहा कि राहुल गांधी को अयोग्य घोषित करना लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है. पटोले, पूर्व केंद्रीय मंत्री विलास मुत्तेमवार और अन्य नेताओं के नेतृत्व में नागपुर जिला कांग्रेस कमेटी के सदस्यों तथा पार्टी कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी के साथ अपनी एकजुटता दिखाते हुए संविधान चौराहे पर एक दिन का 'संकल्प सत्याग्रह' किया.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पटोले ने प्रदर्शन के दौरान संवाददाता सम्मेलन में कहा, “मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के निरंकुश शासन के कारण देश में लोकतंत्र एक बड़े खतरे का सामना कर रहा है. राहुल गांधी भगोड़े आर्थिक अपराधी नीरव मोदी और ललित मोदी का मुद्दा लगातार उठाते रहे हैं, जो देश के पैसे लेकर भाग गए हैं. सरकार को विपक्ष के सवालों का जवाब देना चाहिए.”
उन्होंने कहा, “देश के प्रधानमंत्री गांधी परिवार पर लगातार हमले करते रहते हैं और उनके मंत्रियों ने लोकसभा में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी का अपमान किया है. वे राहुल गांधी को देशद्रोही कहते हैं, यह भूल जाते हैं कि वह एक स्वतंत्रता सेनानी के पोते और एक शहीद के बेटे हैं.” पटोले ने कहा, “वे (मंत्री) एक ऐसे परिवार के सदस्यों को निशाना बना रहे हैं, जिसने अपने जीवन का बलिदान दिया है और यह लड़ाई एक राष्ट्रवादी को राष्ट्र-विरोधी कहने की मानसिकता के खिलाफ है.” उन्होंने दावा किया कि नीरव मोदी और ललित मोदी को चोर कहने के लिए राहुल गांधी को दो साल की जेल की सजा सुनाई गई.
पटोले ने कहा, “मैं पूछता हूं कि प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं हुई, जो लगातार सोनिया गांधी पर हमला करते हैं और राजीव गांधी को ‘चोर’ कहते हैं? उन्हें इस तरह की सजा क्यों नहीं मिल रही है?”
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