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ओमिक्रॉन के दो-तिहाई मामले दोबारा संक्रमण के हैं : अध्ययन - इंपीरियल कॉलेज लंदन के शोधकर्ताओं का अध्ययन

कोविड के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन (covids new variant Omicron) के करीब 65 फीसदी मामले दोबारा संक्रमण (re-infection) के हैं. इंग्लैंड में हुए एक हालिया शोध (research) में यह दावा किया गया है.

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प्रतीकात्मक फोटो
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Published : Jan 29, 2022, 4:10 PM IST

लंदन : इंपीरियल कॉलेज लंदन के शोधकर्ताओं (Researchers from Imperial College London) के नेतृत्व में किए गए अध्ययन में पाया गया कि प्रत्येक तीन कोविड-पॉजिटिव प्रतिभागियों में से लगभग दो पहले भी कोविड से संक्रमित हो चुके थे. टीम ने निष्कर्ष निकाला कि पिछला संक्रमण ओमिक्रोन के साथ पुन: संक्रमण के उच्च जोखिम से जुड़ा हुआ है.

हालांकि यह निर्धारित करने के लिए और अधिक काम करने की आवश्यकता है कि कितने परिणाम सही पुन: संक्रमण या पीसीआर परीक्षण हैं, जो वायरस के पुराने ट्रेसेस से हो सकते हैं. निष्कर्षों के अनुसार एक घर में एक ही व्यक्ति के रहने की तुलना में बड़ी संख्या में रहने वाले लोगों में, एशियाई, अश्वेत और अन्य जातियों के लोगों में संक्रमण के जोखिम में वृद्धि पाई गई. इंपीरियल स्कूल ऑफ आरईसीटी कार्यक्रम के निदेशक प्रोफेसर पॉल इलियट ने कहा कि हमारे डेटा में अच्छी खबर है कि जनवरी के दौरान संक्रमण तेजी से गिर रहा है लेकिन यह अभी भी बहुत अधिक है.

उन्होंने कहा विशेष रूप से चिंता की बात यह है कि बच्चों में तेजी से प्रसार (वायरस का) हो रहा है अब वे स्कूल में वापस आ गए हैं और दिसंबर की तुलना में 65 से अधिक की आयु वर्ग के वृद्ध लोगों में प्रसार सात से 12 गुना तक बढ़ गया है, जिससे अस्पताल में भर्ती होने की संभावना बढ़ सकती है. रिएक्ट या आरईएसीटी (रीयल-टाइम असेसमेंट ऑफ कम्युनिटी ट्रांसमिशन) रिसर्च टीम ने पूरे इंग्लैंड में हजारों स्वयंसेवकों की स्वाब-टेस्टिंग की.

3582 स्वाब-पॉजिटिव व्यक्तियों में से यह देखा गया कि उन्हें इससे पहले संक्रमण हुआ था या नहीं, जिस पर 2315 लोगों ने पहले संक्रमित होने की पुष्टि की. इसके अलावा शोधकर्ताओं ने कोविड-19 अस्पतालों और मौतों पर मौजूदा सार्वजनिक रूप से उपलब्ध आंकड़ों को भी देखा और इनकी तुलना संक्रमण दर पर प्रतिक्रिया डेटा के साथ की. उन्होंने पाया कि फरवरी और मई और सितंबर और दिसंबर 2021 के बीच अस्पताल में भर्ती होने का जोखिम कम था और फरवरी और दिसंबर के बीच मृत्यु का लगातार कम जोखिम था.

यह भी पढ़ें- कुछ लोगों में 7 महीने से अधिक समय तक सक्रिय रह सकता है COVID : अध्ययन

यह टीकाकरण कार्यक्रम और बेहतर उपचार के प्रभाव के कारण होने की संभावना है. यूके स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. जेनी हैरिस ने कहा टीकाकरण गंभीर बीमारी और ओमिक्रॉन से अस्पताल में भर्ती होने से खुद को बचाने का सबसे अच्छा तरीका है और मैं ऐसे व्यक्ति से इसका आग्रह करता हूं, जिसने ऐसा नहीं किया है. ऐसे लोग जल्द से जल्द अपनी पहली, दूसरी और तीसरी खुराक के लिए आगे आएं. उन्होंने आगे कहा टीकाकरण से गंभीर बीमारी और अस्पताल में भर्ती होने जैसी चीजों के रुकने को देखते हुए इसका असर स्पष्ट देखा जा सकता है.

(आईएएनएस)

लंदन : इंपीरियल कॉलेज लंदन के शोधकर्ताओं (Researchers from Imperial College London) के नेतृत्व में किए गए अध्ययन में पाया गया कि प्रत्येक तीन कोविड-पॉजिटिव प्रतिभागियों में से लगभग दो पहले भी कोविड से संक्रमित हो चुके थे. टीम ने निष्कर्ष निकाला कि पिछला संक्रमण ओमिक्रोन के साथ पुन: संक्रमण के उच्च जोखिम से जुड़ा हुआ है.

हालांकि यह निर्धारित करने के लिए और अधिक काम करने की आवश्यकता है कि कितने परिणाम सही पुन: संक्रमण या पीसीआर परीक्षण हैं, जो वायरस के पुराने ट्रेसेस से हो सकते हैं. निष्कर्षों के अनुसार एक घर में एक ही व्यक्ति के रहने की तुलना में बड़ी संख्या में रहने वाले लोगों में, एशियाई, अश्वेत और अन्य जातियों के लोगों में संक्रमण के जोखिम में वृद्धि पाई गई. इंपीरियल स्कूल ऑफ आरईसीटी कार्यक्रम के निदेशक प्रोफेसर पॉल इलियट ने कहा कि हमारे डेटा में अच्छी खबर है कि जनवरी के दौरान संक्रमण तेजी से गिर रहा है लेकिन यह अभी भी बहुत अधिक है.

उन्होंने कहा विशेष रूप से चिंता की बात यह है कि बच्चों में तेजी से प्रसार (वायरस का) हो रहा है अब वे स्कूल में वापस आ गए हैं और दिसंबर की तुलना में 65 से अधिक की आयु वर्ग के वृद्ध लोगों में प्रसार सात से 12 गुना तक बढ़ गया है, जिससे अस्पताल में भर्ती होने की संभावना बढ़ सकती है. रिएक्ट या आरईएसीटी (रीयल-टाइम असेसमेंट ऑफ कम्युनिटी ट्रांसमिशन) रिसर्च टीम ने पूरे इंग्लैंड में हजारों स्वयंसेवकों की स्वाब-टेस्टिंग की.

3582 स्वाब-पॉजिटिव व्यक्तियों में से यह देखा गया कि उन्हें इससे पहले संक्रमण हुआ था या नहीं, जिस पर 2315 लोगों ने पहले संक्रमित होने की पुष्टि की. इसके अलावा शोधकर्ताओं ने कोविड-19 अस्पतालों और मौतों पर मौजूदा सार्वजनिक रूप से उपलब्ध आंकड़ों को भी देखा और इनकी तुलना संक्रमण दर पर प्रतिक्रिया डेटा के साथ की. उन्होंने पाया कि फरवरी और मई और सितंबर और दिसंबर 2021 के बीच अस्पताल में भर्ती होने का जोखिम कम था और फरवरी और दिसंबर के बीच मृत्यु का लगातार कम जोखिम था.

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यह टीकाकरण कार्यक्रम और बेहतर उपचार के प्रभाव के कारण होने की संभावना है. यूके स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. जेनी हैरिस ने कहा टीकाकरण गंभीर बीमारी और ओमिक्रॉन से अस्पताल में भर्ती होने से खुद को बचाने का सबसे अच्छा तरीका है और मैं ऐसे व्यक्ति से इसका आग्रह करता हूं, जिसने ऐसा नहीं किया है. ऐसे लोग जल्द से जल्द अपनी पहली, दूसरी और तीसरी खुराक के लिए आगे आएं. उन्होंने आगे कहा टीकाकरण से गंभीर बीमारी और अस्पताल में भर्ती होने जैसी चीजों के रुकने को देखते हुए इसका असर स्पष्ट देखा जा सकता है.

(आईएएनएस)

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