सोनीपत: पीएम मोदी की ओर से तीन कृषि कानून वापस (Three Farm Laws Repeal) लेने के ऐलान के बाद उम्मीद जताई जा रही थी कि किसान अब अपना धरना खत्म करके मोर्चे से घर लौट जाएंगे, लेकिन संयुक्त मोर्चा की ओर से किसान नेता राकेश टिकैत ने साफ कर दिया कि तत्काल रूप से ये आंदोलन खत्म नहीं होगा. इसके साथ ही तमाम किसान नेताओं की ओर से जानकारी मिली की आंदोलन खत्म करने पर आखिरी फैसला शनिवार को सभी किसान संगठनों के नेताओं की बैठक कर लिया जाएगा, लेकिन किसानों की सिंघु बॉर्डर पर होने वाली किसानों की संयुक्त बैठक स्थगित (Farmers Joint Meeting Postponed) कर दी गई है.
संयुक्त किसान मोर्चा के नेता डॉ. दर्शनपाल ने ईटीवी भारत के संवाददाता को फोन पर जानकारी दी है कि शनिवार को होने वाली किसान संगठनों की साझी बैठक को रविवार तक के लिए टाल दी गई है. जानकारी के मुताबिक सिंघु बॉर्डर पर किसान नेताओं की बैठक (Farmers Meeting at singhu Border) कर 29 नवंबर को दिल्ली कूच करने के फैसले पर विचार करेंगे. इसके साथ ही कानून वापस होने पर सिंघु, गाजीपुर और टिकरी बॉर्डर से मोर्चा हटाने के मुद्दे पर भी विचार करेंगे. इस बैठक में सबसे अहम मुद्दा एमएसपी की मांग को लेकर आगे की रणनीति तैयार करना होगा.
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बता दें कि पीएम मोदी ने शुक्रवार को देश के नाम संबोधित करते हुए कहा था कि मैं आज देशवासियों से क्षमा मांगते हुए यह कहना चाहता हूं कि हमारी तपस्या में कोई कमी रह गई होगी. उन्होंने कहा कि कुछ किसान भाइयों को समझा नहीं पाए. आज गुरुनानक देव का पवित्र पर्व है. ये समय किसी को दोष देने का समय नहीं है. आज पूरे देश को यह बताने आया हूं कि तीन कृषि कानूनों का वापस लेने का फैसला (Farm Laws To Be Cancelled) किया है.