पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज बिहार में शराबबंदी को लेकर एक बार फिर शपथ दिलाई. नीतीश कुमार और उनके मंत्रिमंडल के सहयोगियों समेत पटना के ज्ञान भवन में मौजूद अन्य लोगों ने शपथ ली कि वे न तो शराब का सेवन करेंगे और न ही इससे जुड़ी किसी भी गतिविधि में हिस्सा लेंगे.
मुख्यमंत्री ने संबोधित करते हुए डीजीपी और मुख्य सचिव को साफ निर्देश दिया कि सब को शपथ दिलाइये. साथ ही शराबबंदी कानून को सख्ती से लागू करने का भी आला अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया. वहीं अधिकारियों को कहा कि पहले पटना को कंट्रोल में कीजिए पटना कंट्रोल में आ जाएगा तो पूरे बिहार में मैसेज जाएगा. मुख्यमंत्री ने पुलिस एक्शन पर विपक्षी दल के नेताओं की ओर से बयानबाजी पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पुलिस को सूचना मिलेगी तो जांच करेगी ही. कुछ जगह जानकारी गलत भी हो सकती है, लेकिन इसके लिए किसी को छोड़ा नहीं जा सकता है.
पटना में सीएम नीतीश के अलावा राज्यभर में कई जगहों पर शराबबंदी कानून को लेकर सरकारी कर्मचारियों को एक बार फिर शराब नहीं पीने की शपथ दिलाई गई. इसी कड़ी में दानापुर, फुलवारी के सभी थानों में शपथ कार्यक्रम का (Bihar Police Took Oath) आयोजन किया गया.
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#WATCH | Bihar CM Nitish Kumar and his cabinet and others present at Gyan Bhawan in Patna today took a pledge that they would neither consume liquor nor take part in any activity related to it. pic.twitter.com/vAegajzxYa
— ANI (@ANI) November 26, 2021 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
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— ANI (@ANI) November 26, 2021#WATCH | Bihar CM Nitish Kumar and his cabinet and others present at Gyan Bhawan in Patna today took a pledge that they would neither consume liquor nor take part in any activity related to it. pic.twitter.com/vAegajzxYa
— ANI (@ANI) November 26, 2021
इससे पहले नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा था कि शराबबंदी का निर्णय वर्ष 2016 का है. उसको लेकर जितना अभियान चला है, सबलोग जानते हैं. इसको लेकर अब तक नौ बार समीक्षा बैठक की गई है.
शराब को लेकर शादी समारोह में पुलिस की छापेमारी के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा था कि पुलिस को ऐसी शिकायतें मिली हैं कि कुछ लोग शादी के कार्यक्रम में भी शराब पिलाने का इंतजाम करते हैं. इस संबंध में पुलिस को सूचना मिलने पर छापेमारी की जा रही है.
नीतीश ने कहा कि शराबबंदी को लेकर प्रशासन को सभी चीजों पर नजर रखने की जिम्मेदारी दी गई है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का उद्देश्य शराबबंदी के प्रति जागरूकता फैलाना है और इसको लेकर पूरे बिहार में फिर से अभियान चलाया जाएगा.
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इस बीच, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने आरोप लगाया कि बिहार पुलिस शराबबंदी के नाम पर बिना महिला पुलिसकर्मियों के दुल्हन के कमरों और कपड़ों की तलाशी ले रही है. यह निजता के अधिकार का उल्लंघन है. उन्होंने ट्वीट कर आरोप लगाया, 'बिहार में शराब कैसे व क्यों पहुंच रही है, कौन पहुंचा रहा है? इसकी जांच और खोजबीन करने के बजाय सरकार महिलाओं को ही परेशान कर रही है.