पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री महिला उद्यमी एवं मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना (Chief Minister Women Udyami and Yuva Udyami scheme) का शुभारंभ किया. उद्योग विभाग की तरफ से तैयार www.udyami.bihar.gov.in पोर्टल के लोकार्पण करते हुए उन्होंने कहा कि इससे महिलाओं और युवाओं में उद्यमिता विकास एवं स्वरोजगार को और बढ़ावा मिलेगा.
मुख्यमंत्री (Nitish Kumar) ने कहा कि वर्ष 2005 में सरकार में आने के बाद से महिलाओं के उत्थान एवं सशक्तिकरण को लेकर कई कदम उठाए गए. हमलोगों का शुरू से उद्देश्य रहा है कि महिलाएं सक्षम एवं आत्मनिर्भर बने. वर्ष 2006 से पंचायती राज संस्थाओं एवं वर्ष 2007 से नगर निकायों के निर्वाचन में महिलाओं को 50 प्रतिशत का आरक्षण दिया जा रहा है. पिछले तीन चुनावों में कई महिला जनप्रतिनिधि चुनकर सामने आयी हैं.
उन्होंने कहा कि प्राथमिक शिक्षक नियोजन में 50 प्रतिशत का आरक्षण (Reservation) महिलाओं को दिया गया है. पुलिस में महिलाओं के लिए 35 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया गया है. इसके साथ ही राज्य की सभी सरकारी नौकरियों (government jobs) में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण (Reservation) का लाभ दिया जा रहा है. अब यह भी प्रावधान किया गया है कि सभी सरकारी कार्यालयों (Government Offices) में महिला कर्मियों/पदाधिकारियों की पोस्टिंग जरुर हो. वर्ष 2006 से जीविका समूह की शुरुआत की गई. आज 10 लाख से अधिक स्वयं सहायता समूहों का गठन कर 1 करोड़ से महिलाओं को जोड़ा गया है. अब महिलाओं की भागीदारी सभी जगहों पर बढ़ी है. जिससे परिवार की आर्थिक स्थिति सुधार हुई और परिवार की आमदनी बढ़ी है. जब महिलाएं आगे बढ़ेगी तभी समाज सही मायने में आगे बढ़ेगा और राज्य की प्रगति होगी.
उद्यमी योजना से जुड़ी सीएम नीतीश की बड़ी बातें...
- महिला उद्यमी योजना के तहत उद्योग लगाने के लिए अधिकतम 10 लाख रुपये की राशि दी जाएगी. जिसमें अधिकतम 5 लाख रुपये अनुदान के रुप में और शेष 5 लाख रुपये ब्याज मुक्त ऋण के रुप में उपलब्ध कराया जायेगा.
- युवा उद्यमी योजना के तहत उद्योग लगाने के लिए अधिकतम 10 लाख रुपये की राशि दी जाएगी. जिसमें अधिकतम 5 लाख रुपये अनुदान के रुप में और शेष 5 लाख रुपये ऋण के रुप में 1 प्रतिशत ब्याज पर उपलब्ध कराया जायेगा.
- मुख्यमंत्री महिला उद्यमी एवं मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना से महिलाओं एवं युवाओं में उद्यमिता विकास एवं स्वरोजगार को और बढ़ावा मिलेगा.
- इंजीनियरिंग संस्थानों, मेडिकल कॉलेजों एवं स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी में लड़कियों के लिए कम से कम एक तिहाई सीटें आरक्षित करने का प्रावधान किया जा रहा है.
- शुरू से उद्देश्य रहा है कि महिलाएं सक्षम एवं आत्मनिर्भर बने. जब महिलाएं आगे बढ़ेंगी. तभी समाज सही मायने में आगे बढ़ेगा और राज्य की प्रगति होगी.
- जिस तत्परता एवं सामंजस्य से काम किया जा रहा है इससे बिहार में उद्योग बढ़ेगा, राज्य की तरक्की होगी एवं बिहार विकसित राज्य बनेगा.
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