औरंगाबाद : पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमत से परेशान महाराष्ट्र के औरंगाबाद निवासी युसूफ शेख ने घोड़े की सवारी शुरू कर दी है. अपनी सवारी में बदलाव कर युसूफ जहां पैसे बचा रहे हैं, वहीं शहर में लोकप्रिय भी हो रहे हैं. युसूफ की बाइक काफी पुरानी थी और उसमें पेट्रोल की खपत बढ़ गई थी. जब पेट्रोल की कीमत बढ़ने लगी तो उन्होंने अपनी बाइक को गैरेज में खड़ी कर दी. उसकी जगह पर उन्होने घोड़ा ले लिया और युसूफ रोजाना उस पर ही बैठकर ऑफिस जाते हैं. साथ ही बाजार जाने के लिए भी वह अपने घोड़े का इस्तेमाल करते हैं.
युसूफ बताते हैं कि वह पिछले 6 महीने से अपने घोड़े पर बैठकर न सिर्फ मार्केट और शहर में घूमते हैं बल्कि फैमिली फंक्शन में भी जाते हैं. उनका कहना है कि घोड़े पर बैठने में उन्हें मजा आने लगा है. इस पर वह रोजाना करीब 30 किलोमीटर का सफर करते हैं.
घोड़ा खरीदने से पहले उन्होंने जब अपने खर्च का हिसाब-किताब लगाया तो पता चला कि पेट्रोल की कीमत के कारण बाइक की सवारी महंगी साबित हो रही है. वह बाइक में करीब चार से पांच हजार रुपये प्रति महीने पेट्रोल और मेंटिनेंस पर खर्च करते थे. घोड़े की खुराक और रख-रखाव पर रोजाना 50 से 60 रुपये खर्च करने पड़ते हैं. इस हिसाब से घोड़े पर चलने का खर्च औसतन 2 हजार रुपये प्रति महीना है. उनका हिसाब सही साबित हुआ. युसूफ शेख कहते हैं कि इससे पैसे और समय की भी बचत होती है.
युसूफ बताते हैं कि हर दिन घोड़े की सवारी करने का एक अलग अनुभव होता है. कई पशु प्रेमी उनके इस प्रयास की सराहना करते हैं. पहले बाइक पर सफर के दौरान लोग उन पर ध्यान भी नहीं देते थे, अब सबकी नजर युसूफ शेख और उनके घोड़े पर रहती है. कई बार ऐसा होता है कि लोग उनके साथ फोटो खिंचवाने की जिद करते हैं. शहर में उनके मुरीदों की तादाद बढ़ने लगी है. कई लोग अक्सर चाय ऑफर करते हैं. कुल मिलाकर घोड़े की सवारी से युसूफ को दोहरा फायदा हो रहा है. एक तो वह कम खर्च में काम चला रहे हैं तो दूसरी ओर उनकी लोकप्रियता भी बढ़ रही है.
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