मुंबई : क्रांतिकारियों की भूमि कहा जाने वाला महाराष्ट्र का कोल्हापुर विभिन्न संस्कृतियां संजोए है. यहां की रेड एंड व्हाइट नॉन-वेज ग्रेवी, गुड़ तो प्रसिद्ध है ही, कोल्हापुरी चप्पल (Kolhapuri sandals) की बात ही अलग है. एक आईटी इंजीनियर तो कोल्हापुरी चप्पलों के इतने दीवाने हुए कि नौकरी छोड़कर इसी काे व्यवसाय बना लिया. हम बात कर रहे हैं भूषण कांबले (Bhushan Kamble) की.
भूषण कांबले एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में आईटी इंजीनियर के रूप में कार्यरत थे. उन्हें 80 हजार प्रतिमाह वेतन मिल रहा था. लेकिन कहा जाता है कि अगर आपको कोई चीज पसंद आती है तो आपके पैर अपने आप उसी दिशा में मुड़ जाते हैं, जैसा कि भूषण के मामले में हुआ. कोल्हापुरी चप्पलों के मामले में उनकी आईटी नौकरी बाधा थी इसलिए भूषण ने अपनी अच्छी तनख्वाह वाली नौकरी छोड़ दी.
भूषण ने 2018 में 'वाहन' (Vahan brand) नाम से अपना खुद का व्यवसाय शुरू किया. इस ब्रांड से भूषण ने कोल्हापुरी सैंडल के कई डिजाइन बनाने शुरू किए. भूषण कोल्हापुरी सैंडल पर नक्काशी करते हैं. भूषण ने करीब 150 कारीगरों को रोजगार दिया है. ये कारीगर साल में करीब 20,000 कोल्हापुरी सैंडल बनाते हैं. भूषण का कहना है कि विदेशों से भी उनके यहां बनी सैंडल की डिमांड. बॉलीवुड और मराठी फिल्मों में भी उनके डिजाइन किए हुए चप्पल खासे पसंद किए जा रहे हैं.
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