नई दिल्ली : हरियाणा के एक सीनियर आईपीएस अधिकारी के घर में काम करने वाली नौकरानी के साथ क्रूरता का मामला (house maid tortured in haryana) सामने आया है. नौकरानी से एक बाउल क्या टूटा, उसके मालिक ने हैवानियत की सारी हदें पार (Inhuman behavior with maid in Haryana) कर दीं. उसे गड्ढे में पानी डालकर घंटों तक पतले कपड़े में खड़ा कर दिया जाता था. हाथ-पैर बांधकर उसकी पिटाई की जाती थी. खाने में बासी ब्रेड खिलाया जाता था. ये मामला तब सामने आया जब पीड़िता के पिता इस मामले को लेकर दिल्ली पुलिस पहुंचे. पीड़िता की हालत उस वक्त इतनी खराब थी कि उसे तुरंत दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में भर्ती कराया गया. लड़की की हालत अब भी नाजुक है.
जानकारी के मुताबिक, लड़की की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है. उसके पिता सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करते हैं. इसलिए एक प्लेसमेंट एजेंसी के जरिये लड़की को हरियाणा के आईपीएस अधिकारी के घर काम करने की नौकरी मिली थी, लेकिन उसे क्या पता था कि अपने परिवार का सहारा बनने के लिए जहां काम करने जा रही है, उस घर में इंसान नहीं हैवान रहते हैं. एक बाउल टूटने की सजा इतनी कठाेर मिली की जान पर बन गई.
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लड़की के पिता ने बताया कि चार फरवरी को पीड़िता के पिता के पास एक अनजान नंबर से फोन आया, जिसने बताया कि उनकी बेटी की हालत बहुत बुरी है. पंचकूला में एक राम मंदिर के पास वह अचेत हालत में पड़ी हुई है. पीड़िता के परिजन वहां पहुंचे, तब तक मंदिर के लोगों ने उन्हें कपड़े देकर उसे मंदिर में ही सुलाया था. पीड़िता के घर वालों ने उसे दिल्ली के फतेहपुर बेरी, जहां वह रहते हैं, लेकर आए. उसके बाद परिजनों ने इसकी शिकायत दिल्ली पुलिस से की. पीड़िता की हालत बेहद खराब थी, लिहाजा उसे तुरंत दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया. घंटों इलाज के बाद भी पीड़िता की हालत नाजुक बनी हुई है.
लड़की के पिता ने बताया कि फरवरी 2021 में बेटी सीनियर अफसर के घर में काम करने के लिए गई थी और कुछ दिनों बाद से ही उसे परिजनों से फोन पर बात नहीं करने दिया जा रहा (Haryana senior IPS officer house maid tortured) था. अक्टूबर 2021 में पीड़िता का पूरा परिवार उनके घर जाकर अपनी बेटी से मिलने की कोशिश की, लेकिन मिलने नहीं दिया गया. पिता की शिकायत पर फतेहपुर बेरी थाने में जीरो एफआईआर दर्ज की (Zero FIR registered at Fatehpur Beri police station in Delhi) गई, जिसे दिल्ली पुलिस ने हरियाणा पुलिस को जांच के लिए सौंप दिया है.