नई दिल्ली : भारत में कोरोना वायरस के 236 दिनों में सबसे अधिक 2,47,417 नए मामले आए हैं. वहीं, ओमीक्रोन स्वरूप के एक दिन में 620 मामले आए, जो अब तक सर्वाधिक मामले हैं. देश में इसी के साथ ही कोरोना वायरस के इस स्वरूप के मामले बढ़कर 5,488 हो गए हैं. इनमें से 2,162 लोग स्वस्थ हो गए या देश छोड़कर चले गए हैं. इसके साथ ही महामारी के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 3,63,17,927 हो गयी है. यह जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दी गई है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से गुरुवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 11,17,531 हो गई है जो 216 दिनों में सर्वाधिक है जबकि 380 मरीजों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या बढ़कर 4,85,035 हो गयी है. महाराष्ट्र में ओमीक्रोन के सबसे अधिक 1,367 मामले आए. इसके बाद राजस्थान में 792, दिल्ली में 549, केरल में 486 और कर्नाटक में 479 मामले आए.
मंत्रालय के अनुसार, उपचाराधीन मरीजों की संख्या संक्रमण के कुल मामलों का 3.08 प्रतिशत है, जबकि कोविड-19 से स्वस्थ होने वाले लोगों की राष्ट्रीय दर कम होकर 95.59 प्रतिशत हो गयी है. कोरोना वायरस के 21 मई को एक दिन में कुल 2,57,299 मामले आए थे. बीते 24 घंटों में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 1,62,212 की वृद्धि हुई.
महाराष्ट्र में अस्पतालों में बढ़ सकते है संक्रमित मरीज
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, जनवरी के अंत या फरवरी के पहले सप्ताह में राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के मरीजों के अस्पताल में भर्ती होने की संख्या में तेजी आने की आशंका है. मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि बुधवार को एक प्रस्तुति के दौरान स्वास्थ्य विभाग द्वारा यह अनुमान जताए जाने के बाद राज्य मंत्रिमंडल ने इस पर चिंता व्यक्त की. स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि राज्य में चिकित्सीय ऑक्सीजन की दैनिक आवश्यकता में वृद्धि देखी गई है और वर्तमान मांग 400 मीट्रिक टन है.
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बैठक के दौरान कहा कि अगर ऑक्सीजन की मांग 700 मीट्रिक टन तक बढ़ जाती है, तो सख्त प्रतिबंधों की आवश्यकता होगी. इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन को टीकाकरण में तेजी लानी चाहिए और आवश्यक कदम उठाने चाहिए. उन्होंने कहा कि शहरी इलाकों के साथ-साथ राज्य के ग्रामीण हिस्से भी कोविड-19 से प्रभावित हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्ण टीकाकरण वाले कोविड-19 रोगियों को चिकित्सकीय ऑक्सीजन की आवश्यकता नहीं होती है. लेकिन, लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि ब्रिटेन और अमेरिका जैसे देशों में भी स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे पर दबाव बढ़ा है. राज्य में बुधवार को कोविड-19 के 46,723 मामले आए और 32 लोगों की संक्रमण से मौत हुई. नए मामलों में 86 मरीज ओमीक्रोन से संक्रमित हैं.
विपक्ष नेता मल्लिकार्जुन खड़गे कोविड-19 पॉजिटिव
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए हैं. उनके कार्यालय ने एक बयान में कहा कि उनके कोविड-19 रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उन्होंने खुद को घर पर ही क्वारंटाइन कर लिया है. उन्होंने पूर्ण टीकाकरण कराया है, लेकिन अभी तक बूस्टर डोज के लिए योग्य नहीं हुए हैं.
प्रयागराज
14 जनवरी को माघ मेले का पहला स्नान पर्व मकर संक्रांति है, लेकिन पहले स्नान पर्व से पहले ही मेला क्षेत्र में कोरोना विस्फोट हुआ है. बुधवार को मेला क्षेत्र में 38 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं. जिसमें 36 पुलिस वाले शामिल हैं. इससे पहले मेला क्षेत्र 7 पुलिस वाले कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं. मुख्य स्नान पर्व से पहले तेज गति से फैल रहे कोरोना संक्रमण ने अफसरों की चिंता बढ़ा दी है. हालांकि मेला क्षेत्र में मिले सभी संक्रमितों में महामारी के हल्के लक्षण ही मिले हैं. उसके बावजूद सभी को मेला क्षेत्र के बाहर भेज दिया गया है. मेले में मिले संक्रमित पुलिसवालों को होम आइसोलेशन के साथ ही शहर में बने कोविड एल 1 हॉस्पिटल भेज दिया गया है. जिले में बीते 24 घंटे में 379 कोरोना संक्रमित मिले हैं. जिसमें 38 सिर्फ माघ मेला क्षेत्र में पाए गए हैं. प्रयागराज में अब तक 1,546 कोरोना के संक्रमित केस एक्टिव हैं.