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सनातन टिप्पणी विवाद पर उदयनिधि बोले- बीजेपी ने मेरे शब्दों को तोड़-मरोड़कर पेश किया

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By ANI

Published : Dec 4, 2023, 7:51 AM IST

Updated : Dec 4, 2023, 7:59 AM IST

तमिलनाडु के करूर में राज्य के सीएम के बेटे एवं मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म टिप्पणी विवाद पर प्रतिक्रया दी. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने उनके बयानों को तोड़-मरोड़कर पेश किया.Udhayanidhi Stalin Sanatan remark

Etv BharatUdhayanidhi Stalin speaks on Sanatan comment controversy (file photo)
Etv Bhaसनातन टिप्पणी विवाद पर उदयनिधि स्टालिन बोले (फाइल फोटो)at

करूर: डीएमके नेता और तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने रविवार को सनातन धर्म के खिलाफ अपने पहले के विवादित बयान पर सार्वजनिक मंच पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने प्रतिक्रिया में दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार ने उनकी टिप्पणियों को 'मरोड़कर, बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया और पूरे देश में इसके बारे में बात की.

द्रमुक की युवा शाखा के सचिव उदयनिधि ने रविवार को करूर जिले में पार्टी के युवा कैडर की बैठक में अपनी पिछली टिप्पणियों पर हुए हंगामे पर प्रतिक्रिया व्यक्त की. सनातन धर्म पर अपनी टिप्पणी पर विवाद का जिक्र किया जिसमें उन्होंने सनातन धर्म को 'मच्छर, डेंगू, मलेरिया, बुखार और कोरोना' के बराबर बताते हुए कहा था कि इसे 'खत्म' करने की जरूरत है, न कि केवल विरोध करने की.

उदयनिधि स्टालिन
उदयनिधि स्टालिन

उन्होंने कहा कि मैंने (सनातन धर्म के अनुयायियों के) नरसंहार का आह्वान किया था. उन्होंने मुझ पर ऐसी बातें कहने का आरोप लगाया जो मैंने नहीं बोलीं. मैं (चेन्नई में) एक सम्मेलन में भाग ले रहा था और केवल तीन मिनट बोला. मैंने जो कुछ कहा वह यह था कि सभी के साथ समान व्यवहार किया जाना चाहिए और उनके साथ भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए.

भेदभाव के किसी भी प्रयास को समाप्त किया जाना चाहिए लेकिन उन्होंने (बीजेपी) मेरी टिप्पणी को तोड़-मरोड़कर पेश किया. इसे बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया और पूरे देश में मेरे बारे में बात करने पर मजबूर कर दिया. कुछ साधुओं ने मेरे सिर पर 5-10 करोड़ का इनाम घोषित कर दिया. मामला फिलहाल कोर्ट में है और मुझे कानून पर पूरा भरोसा है.

मुझसे अपनी टिप्पणियों के लिए माफी मांगने को कहा गया लेकिन मैंने कहा कि मैं माफी नहीं मांग सकता. मैंने कहा कि मैं स्टालिन का बेटा, कलैग्नार का पोता हूं और मैं केवल उनके द्वारा समर्थित विचारधारा को व्यक्त कर रहा था. उदयनिधि ने चेन्नई में एक कार्यक्रम में कहा ,'सनातन मलेरिया और डेंगू की तरह है और इसलिए इसका विरोध करने के बजाय इसे खत्म किया जाना चाहिए.'

उदयनिधि की सोशल मीडिया पर उनकी टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया हुई और कई लोगों ने मंत्री के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की. बाद में उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर अपने आधिकारिक हैंडल पर पोस्ट किया, 'इसे जारी रखें. मैं किसी भी कानूनी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हूं. हम इस तरह की सामान्य भगवा धमकियों से नहीं डरेंगे.

हालाँकि, सीएम स्टालिन अपने बेटे के बचाव में कूद पड़े और कहा कि पीएम मोदी के लिए सनातन धर्म पर उदयनिधि ने क्या कहा, यह जाने बिना टिप्पणी करना 'अनुचित' था. राष्ट्रीय मीडिया से यह सुनना निराशाजनक है कि प्रधानमंत्री ने उल्लेख किया कि उदयनिधि की टिप्पणियों को उनके मंत्रिपरिषद की बैठक के दौरान उचित प्रतिक्रिया की आवश्यकता है.

किसी भी दावे या रिपोर्ट को सत्यापित करने के लिए प्रधानमंत्री के पास सभी संसाधनों तक पहुंच है. तो, क्या प्रधानमंत्री उदयनिधि के बारे में फैलाए गए झूठ से अनजान हैं, या वह जानबूझकर ऐसा कर रहे हैं? सीएम ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल से पोस्ट किया. उन्होंने आगे भाजपा नेताओं पर झूठी कहानी फैलाने का आरोप लगाया.

उदयनिधि ने भी पहले एक बयान जारी कर अपनी सनातन टिप्पणी पर स्पष्टीकरण दिया था और भाजपा नेताओं पर उनके भाषण को 'नरसंहार भड़काने' के रूप में पेश करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि वे इसे खुद को बचाने के लिए एक हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं. उदयनिधि ने एक्स पर चार पन्नों का एक पत्र साझा करते हुए पोस्ट किया, 'आइए हम पेरियार, अन्ना, कलैग्नार और पेरासिरियार की विचारधाराओं की जीत के लिए काम करने का संकल्प लें. सामाजिक न्याय को हमेशा फलने-फूलने दें.

ये भी पढ़ें- सनातन धर्म पर उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ कार्रवाई करने से सुप्रीम कोर्ट का इनकार

ये भी पढ़ें-सनातन विरोधी टिप्पणी मामले पर मद्रास HC में उदयनिधि बोले - साक्ष्य पेश करने की जिम्मेदारी याचिकाकर्ता पर

करूर: डीएमके नेता और तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने रविवार को सनातन धर्म के खिलाफ अपने पहले के विवादित बयान पर सार्वजनिक मंच पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने प्रतिक्रिया में दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार ने उनकी टिप्पणियों को 'मरोड़कर, बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया और पूरे देश में इसके बारे में बात की.

द्रमुक की युवा शाखा के सचिव उदयनिधि ने रविवार को करूर जिले में पार्टी के युवा कैडर की बैठक में अपनी पिछली टिप्पणियों पर हुए हंगामे पर प्रतिक्रिया व्यक्त की. सनातन धर्म पर अपनी टिप्पणी पर विवाद का जिक्र किया जिसमें उन्होंने सनातन धर्म को 'मच्छर, डेंगू, मलेरिया, बुखार और कोरोना' के बराबर बताते हुए कहा था कि इसे 'खत्म' करने की जरूरत है, न कि केवल विरोध करने की.

उदयनिधि स्टालिन
उदयनिधि स्टालिन

उन्होंने कहा कि मैंने (सनातन धर्म के अनुयायियों के) नरसंहार का आह्वान किया था. उन्होंने मुझ पर ऐसी बातें कहने का आरोप लगाया जो मैंने नहीं बोलीं. मैं (चेन्नई में) एक सम्मेलन में भाग ले रहा था और केवल तीन मिनट बोला. मैंने जो कुछ कहा वह यह था कि सभी के साथ समान व्यवहार किया जाना चाहिए और उनके साथ भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए.

भेदभाव के किसी भी प्रयास को समाप्त किया जाना चाहिए लेकिन उन्होंने (बीजेपी) मेरी टिप्पणी को तोड़-मरोड़कर पेश किया. इसे बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया और पूरे देश में मेरे बारे में बात करने पर मजबूर कर दिया. कुछ साधुओं ने मेरे सिर पर 5-10 करोड़ का इनाम घोषित कर दिया. मामला फिलहाल कोर्ट में है और मुझे कानून पर पूरा भरोसा है.

मुझसे अपनी टिप्पणियों के लिए माफी मांगने को कहा गया लेकिन मैंने कहा कि मैं माफी नहीं मांग सकता. मैंने कहा कि मैं स्टालिन का बेटा, कलैग्नार का पोता हूं और मैं केवल उनके द्वारा समर्थित विचारधारा को व्यक्त कर रहा था. उदयनिधि ने चेन्नई में एक कार्यक्रम में कहा ,'सनातन मलेरिया और डेंगू की तरह है और इसलिए इसका विरोध करने के बजाय इसे खत्म किया जाना चाहिए.'

उदयनिधि की सोशल मीडिया पर उनकी टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया हुई और कई लोगों ने मंत्री के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की. बाद में उन्होंने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर अपने आधिकारिक हैंडल पर पोस्ट किया, 'इसे जारी रखें. मैं किसी भी कानूनी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हूं. हम इस तरह की सामान्य भगवा धमकियों से नहीं डरेंगे.

हालाँकि, सीएम स्टालिन अपने बेटे के बचाव में कूद पड़े और कहा कि पीएम मोदी के लिए सनातन धर्म पर उदयनिधि ने क्या कहा, यह जाने बिना टिप्पणी करना 'अनुचित' था. राष्ट्रीय मीडिया से यह सुनना निराशाजनक है कि प्रधानमंत्री ने उल्लेख किया कि उदयनिधि की टिप्पणियों को उनके मंत्रिपरिषद की बैठक के दौरान उचित प्रतिक्रिया की आवश्यकता है.

किसी भी दावे या रिपोर्ट को सत्यापित करने के लिए प्रधानमंत्री के पास सभी संसाधनों तक पहुंच है. तो, क्या प्रधानमंत्री उदयनिधि के बारे में फैलाए गए झूठ से अनजान हैं, या वह जानबूझकर ऐसा कर रहे हैं? सीएम ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल से पोस्ट किया. उन्होंने आगे भाजपा नेताओं पर झूठी कहानी फैलाने का आरोप लगाया.

उदयनिधि ने भी पहले एक बयान जारी कर अपनी सनातन टिप्पणी पर स्पष्टीकरण दिया था और भाजपा नेताओं पर उनके भाषण को 'नरसंहार भड़काने' के रूप में पेश करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि वे इसे खुद को बचाने के लिए एक हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं. उदयनिधि ने एक्स पर चार पन्नों का एक पत्र साझा करते हुए पोस्ट किया, 'आइए हम पेरियार, अन्ना, कलैग्नार और पेरासिरियार की विचारधाराओं की जीत के लिए काम करने का संकल्प लें. सामाजिक न्याय को हमेशा फलने-फूलने दें.

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Last Updated : Dec 4, 2023, 7:59 AM IST
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