नई दिल्ली : बिहार विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा मंगलवार को महिलाओं और जनसंख्या नियंत्रण को लेकर दिया गया बयान आपत्तिजनक होने के साथ ही शर्मसार करने वाला था. हालांकि नीतीश कुमार ने राज्य विधानसभा में की गई अपनी इस टिप्पणी के लिए माफी मांग ली है लेकिन इस बयान से वो विवादों में घिर गए हैं. वहीं सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में मुख्यमंत्री जनसंख्या नियंत्रण में शिक्षा और महिलाओं की भूमिका पर टिप्पणी करते दिख रहे थे. हालांकि ये पहली बार नहीं है जब नीतीश कुमार ने लड़कियों को लेकर इस तरह का विवादित बयान दिया है. इससे पहले भी नीतीश कुमार पिछले साल नवंबर में मोबाइल की लत से निकलने के लिए युवाओं और लड़कियों को अजीबो गरीब सलाह देने के कारण विवाद में पड़ गए थे. यही नहीं उन्होंने पटना के श्री कृष्ण मेमोरियल में भी ऐसे बयान दिया था जिसमें कॉलेज के दिन पर टिप्पणी करते हुए यहां तक कह दिया था की जब कॉलेज में कोई नई लड़की आती थी तो वो लोग उचक-उचक कर देखते थे.
बहरहाल इस बार भाजपा नीतीश कुमार को बक्शने के मूड में नहीं है. अंदरखाने पार्टी ने अपने बिहार के नेताओं को नीतीश की पोल खोलने के निर्देश दिए गए हैं. जहां इंडिया एलायंस के नेता इस बयान को संतुलित करने की कोशिश कर रहे हैं वहीं, एनडीए के नेता इस बयान को लेकर नीतीश को राहत देने के मूड में नजर नहीं आ रहे. बहरहाल नीतीश कुमार की महिलाओं को लेकर की गई टिप्पणी को लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) नाराज है. आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि नीतीश कुमार को तुरंत माफी मांगनी चाहिए. यही नहीं कुछ दिन पहले तक बिहार के मुख्यमंत्री ओबीसी और जातीय जनगणना के मुद्दे पर बीजेपी को घेरते नजर आ रहे थे वहीं अब बीजेपी ने नीतीश के बयानों के माध्यम से उल्टे नीतीश को ही घेर लिया है और उन्हें अपने बयान पर माफी मांगने को मजबूर कर दिया.
नीतीश के बयान से मचे भूचाल पर हालांकि मुख्यमंत्री ने खुद माफी मांग ली है. मगर ऐसे में जब माहौल चुनाव का है और महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए केंद्र सरकार रोज नई योजना ला रही है,ऐसे समय में नीतीश की महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी ना सिर्फ जेडीयू बल्कि उनके बचाव में आए पूरे इंडिया एलायंस के नेताओं के लिए नकारात्मक माहौल बनाने में सहायक नजर आ रही है.
इसी मसले पर बिहार के नेता और केंद्रीय मंत्री अश्वनी चौबे ने तो नीतीश के इस्तीफे तक की मांग की है. वहीं भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने भी नीतीश के इस बयान की कड़ी निन्दा करते हुए बिहार सरकार को ही महिलाओं के खिलाफ सरकार तक बताया है.
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