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अमेरिका से 2.6 अरब डॉलर का सौदा, भारतीय सेना की बढ़ेगी ताकत

अमेरिका ने भारत को हॉक हेलीकॉप्टर बेचने की मंजूरी दे दी है. MH 60 RC के आने से भारतीय रक्षा बलों को सतह के साथ समुद्र में भी मजबूती मिलेगी. जानें और किन क्षेत्रों में मिलेगी मजबूती....

हॉक हेलीकॉप्टर. सौ. DD News
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Published : Apr 3, 2019, 7:45 PM IST

Updated : Apr 3, 2019, 10:52 PM IST

वाशिंगटन: अमेरिका ने 2.6 अरब डॉलर की अनुमानित कीमत पर भारत को 24 बहुउपयोगी एमएच 60 आर सी हॉक हेलीकॉप्टर की बिक्री को मंजूरी दे दी है. अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने यह जानकारी दी.

हिंद महासागर में चीन के अपनी मौजूदगी बढ़ाने के बीच ये हेलीकॉप्टर सतह और पनडुब्बी भेदी युद्धक अभियानों में भारतीय नौसेना की क्षमता बढ़ाएंगे.

लॉकहीड मार्टिन द्वारा निर्मित ये हेलीकॉप्टर पनडुब्बियों और पोतों पर अचूक निशाना साधने में सक्षम हैं. ये हेलीकॉप्टर समुद्र में तलाश एवं बचाव कार्यों में भी उपयोगी हैं. एमएच 60आर सी हॉक हेलीकॉप्टर भारत के पुराने हो चुके ब्रिटेन निर्मित सी किंग हेलीकॉप्टरों की जगह लेंगे.

ट्रम्प प्रशासन ने मंगलवार को अमेरिकी संसद को सूचित किया कि उसने 24 एमएच-60आर बहु उपयोगी हेलीकॉप्टरों की बिक्री को मंजूरी दे दी है. ये हेलीकॉप्टर भारतीय रक्षा बलों को सतह और पनडुब्बी भेदी युद्धक अभियानों को सफलता से अंजाम देने में सक्षम बनाएंगे.

ये हेलीकॉप्टर फ्रिगेट, विध्वंसक पोतों, क्रूजर और विमान वाहक पोतों से संचालित किए जा सकते हैं.

विदेश मंत्रालय ने अपनी अधिसूचना में कांग्रेस को बताया कि इस प्रस्तावित बिक्री की मदद से भारत और अमेरिका के सामरिक संबंध मजबूत होंगे जिससे अमेरिका की विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत बनाने में सहायता मिलेगी.

उसने कहा कि इन हेलीकॉप्टरों की अनुमानित कीमत 2.6 अरब डॉलर होगी. इस बिक्री से उस बड़े रक्षा साझीदार की सुरक्षा स्थिति सुधरेगी जो हिंद प्रशांत और दक्षिण एशिया क्षेत्र में राजनीतिक स्थिरता, शांति एवं आर्थिक प्रगति के लिए महत्वपूर्ण कारक रहा है.

अधिसूचना के अनुसार इस बढ़ी क्षमता से क्षेत्रीय खतरों से निपटने में भारत को मदद मिलेगी और उसकी गृह सुरक्षा मजबूत होगी. भारत को इन हेलीकॉप्टरों को अपने सशस्त्र बलों में शामिल करने में कोई दिक्कत नहीं होगी.

इसमें कहा गया कि इस प्रस्तावित बिक्री और सहयोग से क्षेत्र में मूल सैन्य संतुलन नहीं बिगड़ेगा.

इन हेलीकॉप्टरों को दुनिया के सबसे अत्याधुनिक समुद्री हेलीकॉप्टर माना जाता है.

ये हेलीकॉप्टर भारतीय नौसेना की मारक क्षमता को बढ़ाएंगे. विशेषज्ञों के अनुसार हिंद महासागर में चीन के आक्रामक व्यवहार के मद्देनजर भारत के लिए ये हेलीकॉप्टर आवश्यक हैं. ये हेलीकॉप्टर इस समय अमेरिकी नौसेना में तैनात हैं.

विशेषज्ञों के अनुसार यह आधुनिक समय में उपलब्ध सबसे सक्षम नौसैन्य हेलीकॉप्टर है जो फ्रिगेट, विध्वंसक पोतों, क्रूजर और विमान वाहक पोतों से संचालित किया जा सकता है.

वाशिंगटन: अमेरिका ने 2.6 अरब डॉलर की अनुमानित कीमत पर भारत को 24 बहुउपयोगी एमएच 60 आर सी हॉक हेलीकॉप्टर की बिक्री को मंजूरी दे दी है. अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने यह जानकारी दी.

हिंद महासागर में चीन के अपनी मौजूदगी बढ़ाने के बीच ये हेलीकॉप्टर सतह और पनडुब्बी भेदी युद्धक अभियानों में भारतीय नौसेना की क्षमता बढ़ाएंगे.

लॉकहीड मार्टिन द्वारा निर्मित ये हेलीकॉप्टर पनडुब्बियों और पोतों पर अचूक निशाना साधने में सक्षम हैं. ये हेलीकॉप्टर समुद्र में तलाश एवं बचाव कार्यों में भी उपयोगी हैं. एमएच 60आर सी हॉक हेलीकॉप्टर भारत के पुराने हो चुके ब्रिटेन निर्मित सी किंग हेलीकॉप्टरों की जगह लेंगे.

ट्रम्प प्रशासन ने मंगलवार को अमेरिकी संसद को सूचित किया कि उसने 24 एमएच-60आर बहु उपयोगी हेलीकॉप्टरों की बिक्री को मंजूरी दे दी है. ये हेलीकॉप्टर भारतीय रक्षा बलों को सतह और पनडुब्बी भेदी युद्धक अभियानों को सफलता से अंजाम देने में सक्षम बनाएंगे.

ये हेलीकॉप्टर फ्रिगेट, विध्वंसक पोतों, क्रूजर और विमान वाहक पोतों से संचालित किए जा सकते हैं.

विदेश मंत्रालय ने अपनी अधिसूचना में कांग्रेस को बताया कि इस प्रस्तावित बिक्री की मदद से भारत और अमेरिका के सामरिक संबंध मजबूत होंगे जिससे अमेरिका की विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत बनाने में सहायता मिलेगी.

उसने कहा कि इन हेलीकॉप्टरों की अनुमानित कीमत 2.6 अरब डॉलर होगी. इस बिक्री से उस बड़े रक्षा साझीदार की सुरक्षा स्थिति सुधरेगी जो हिंद प्रशांत और दक्षिण एशिया क्षेत्र में राजनीतिक स्थिरता, शांति एवं आर्थिक प्रगति के लिए महत्वपूर्ण कारक रहा है.

अधिसूचना के अनुसार इस बढ़ी क्षमता से क्षेत्रीय खतरों से निपटने में भारत को मदद मिलेगी और उसकी गृह सुरक्षा मजबूत होगी. भारत को इन हेलीकॉप्टरों को अपने सशस्त्र बलों में शामिल करने में कोई दिक्कत नहीं होगी.

इसमें कहा गया कि इस प्रस्तावित बिक्री और सहयोग से क्षेत्र में मूल सैन्य संतुलन नहीं बिगड़ेगा.

इन हेलीकॉप्टरों को दुनिया के सबसे अत्याधुनिक समुद्री हेलीकॉप्टर माना जाता है.

ये हेलीकॉप्टर भारतीय नौसेना की मारक क्षमता को बढ़ाएंगे. विशेषज्ञों के अनुसार हिंद महासागर में चीन के आक्रामक व्यवहार के मद्देनजर भारत के लिए ये हेलीकॉप्टर आवश्यक हैं. ये हेलीकॉप्टर इस समय अमेरिकी नौसेना में तैनात हैं.

विशेषज्ञों के अनुसार यह आधुनिक समय में उपलब्ध सबसे सक्षम नौसैन्य हेलीकॉप्टर है जो फ्रिगेट, विध्वंसक पोतों, क्रूजर और विमान वाहक पोतों से संचालित किया जा सकता है.

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US-INDIA-LD HELICOPTERS
US approves sale of 24 MH-60R Seahawk helicopters to India for USD 2.6 billion
By Lalit K Jha
(Eds: Updating with more inputs)
         Washington, Apr 3 (PTI) The US has approved the sale of 24 multi-role MH-60R Seahawk maritime helicopters to India at an estimated cost of USD 2.6 billion, the State Department has announced, boosting the Indian Navy's anti-surface and anti-submarine warfare operations as China expands its presence in the Indian Ocean.
         Designed for hunting submarines as well as knocking out ships and conducting search-and-rescue operations at sea, the Lockheed Martin-built helicopters, would replace India's aging fleet of British-made Sea King helicopters.
         The Trump Administration on Tuesday notified the Congress that it has approve sale of 24 MH-60R multi-mission helicopters, which will provide the Indian defence forces the capability to perform anti-surface and anti-submarine warfare missions.
         The helicopters are designed to operate from frigates, destroyers, cruisers and aircraft carriers.
         In its notification, the State Department told the Congress that this proposed sale will support the foreign policy and national security of the US by helping to strengthen the US-Indian strategic relationship.
         The sale, at an estimated cost of USD 2.6 billion, will improve the security of a major defensive partner which continues to be an important force for political stability, peace, and economic progress in the Indo-Pacific and South Asia region, it said.
         "The proposed sale will provide India the capability to perform anti-surface and anti-submarine warfare missions along with the ability to perform secondary missions including vertical replenishment, search and rescue, and communications relay," said the Congressional notification.
         India will use the enhanced capability as a deterrent to regional threats and to strengthen its homeland defense, the notification said, adding that India will have no difficulty absorbing these helicopters into its armed forces.
         The proposed sale of this equipment and support will not alter the basic military balance in the region, it said.
         The MH-60R Seahawks would add lethal capabilities of the Indian Navy, which experts say is the need of the hour given the aggressive behaviour of China in the Indian Ocean region.
         Currently deployed with the US Navy as the primary anti-submarine warfare anti-surface weapon system for open ocean and littoral zones, the helicopters are considered the world's most advanced maritime helicopter.
         According to industry experts, it is the most capable naval helicopter available today designed to operate from frigates, destroyers, cruisers and aircraft carriers.
         According to US Naval Air System Command, the MH-60R Seahawk missions are anti-submarine warfare, anti-surface warfare, surveillance, communications relay, combat search and rescue, naval gunfire support and logistics support.
         As the Navy's next generation submarine hunter and anti-surface warfare helicopter, the MH-60R Seahawk is considered to be the cornerstone of the Navy's Helicopter Concept of Operations. PTI LKJ SMJ
AKJ
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NNNN
Last Updated : Apr 3, 2019, 10:52 PM IST
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