मुंबई : महाराष्ट्र की राजनीति में अनिश्चितता का दौर जारी है. ताजा घटनाक्रम में शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे अपने बेटे आदित्य के साथ शरद पवार से मिलने गए हैं.
सूत्रों के मुताबिक शरद पवार के घर उनके भतीजे अजीत पवार, और शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत भी मौजूद हैं.
गौरतलब है कि शरद पवार समेत कई वरिष्ठ नेताओं के साथ कांग्रेस-एनसीपी की बैठक में महाराष्ट्र में सरकार बनाने के सकारात्मक संकेत मिले हैं.
दो दौर की बैठकों के बाद गुरुवार को कांग्रेस ने कहा है कि शिवसेना के साथ वार्ता के बाद गठबंधन को अंतिम रूप दिया जाएगा.
शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को दोपहर के समय बांद्रा में अपने आवास 'मातोश्री' में सभी 56 पार्टी विधायकों की बैठक बुलाई है.
सभी को अपने पहचान पत्र, अपने संबंधित निर्वाचन अधिकारियों द्वारा जारी किए गए चुनाव प्रमाणपत्र और अन्य प्रासंगिक दस्तावेजों के साथ पूरी तरह से तैयार होकर आने को कहा गया है. इन सभी की कुछ दिनों में आवश्यकता पड़ सकती है.
पार्टी के एक सूत्र ने कहा कि ठाकरे संभवत: उन्हें मुंबई और नई दिल्ली में पिछले दो सप्ताह से चले आ रहे घटनाक्रम और तीनों दलों के प्रस्तावित गठबंधन के बारे में विवरण दे सकते हैं.
शिवसेना के एक नेता ने खुलासा किया कि पार्टी के नेताओं और कैडरों के साथ शुक्रवार की बैठक महत्वपूर्ण होगी कि मुख्यमंत्री कौन होगा. पार्टी कार्यकर्ताओं का कहना है कि उद्धव ठाकरे को खुद यह पद ग्रहण कर राजनीतिक इतिहास बनाना चाहिए.
महाराष्ट्र में सरकार गठन : 'शिवसेना के साथ चर्चा के बाद कांग्रेस-NCP की आधिकारिक घोषणा'
अपरान्ह लगभग 1.30 बजे कांग्रेस विधायक दल की बैठक औपचारिक रूप से अपने नेता का चुनाव करने के लिए होगी, जहां विधायकों को सरकार के गठन की रणनीति और सत्ता के बंटवारे के फार्मूले के अन्य पहलुओं के बारे में विस्तार से बताया जाएगा.
इसके बाद कांग्रेस-राकांपा के नेतृत्व में बने महागठबंधन में शामिल अन्य छोटे दलों के साथ दोनों पार्टियों के नेताओं की बैठक होगी जिसमें इन छोटे दलों से सरकार गठन पर समर्थन मांगा जाएगा.
माना जा रहा है कि इसके बाद शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस के शीर्ष नेताओं की बैठक होगी जिसमें तय किया जाएगा कि राज्यपाल के समक्ष सरकार बनाने का दावा कब पेश किया जाए.