नई दिल्ली : भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने संसद भवन में विवादित बयान दिया. उन्होंने नाथूराम गोडसे को देशभक्त बता दिया है. प्रज्ञा के इस बयान पर हंगाम मच गया है.
वहीं जब उनसे इस संबंध में सवाल किया गया तो प्रज्ञा ने सफाई देते हुए कहा, 'पहले उसको पूरा सुनिये, मैं कल दूंगी जवाब.'
प्रज्ञा सिंह ठाकुर के इस बयान पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि प्रज्ञा ने नाथूराम गोडसे का नाम नहीं लिया. प्रज्ञा के बयान पर लीपापोती करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कुछ भी ऑन रिकॉर्ड नहीं है.
डीएमके नेता ए राजा ने इन खबरों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जब वह संसद पटल में नाथूराम गोडसे का जिक्र करते हुए ये कह रहा था कि गोडसे वही है, जिसने महात्मा गांधी की हत्या की, तब भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर खड़ीं हुई और उन्होंने कहा कि गोडसे देशभक्त है.
राजा ने कहा कि इसे बर्दाशत नहीं किया जाना चाहिए.
मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा कि प्रज्ञा सिंह का माइक उस समय बंद था. जोशी ने कहा कि प्रज्ञा ने उद्धम सिंह के नाम पर आपत्ति जताई थी. ये बात प्रज्ञा ने खुद मुझसे कही है.
मीडिया से बातचीत करते हुए प्रहलाद जोशी ने कहा कि कुछ भी ऑन रिकोर्ड नहीं है और न ही प्रज्ञा ने गोडसे या किसी ओर का नाम लिया है.
मध्यप्रदेश के सीएम कमलनाथ ने कहा, 'प्रधानमंत्री मोदी ने खुद गांधी जी की तारीफ की है, अब अगर उनकी पार्टी का एक सदस्य बापू को लेकर इस तरह की बातें करता है तो इस पर क्या कदम उठाए जाए ये मोदी और शाह को विचार करना चाहिए.'
NCP सांसद माजिद मेमन ने कहा कि इस तरह की हरकतें जानबूझकर करना या उकसाना भाजपा नेता हमेशा ही करते हैं. देश पिता की हत्या करने वाले व्यक्ति को देशद्रोही कहना चाहिए और उसे प्रज्ञा देशभक्त कह रही हैं. ये तो कोई भी बर्दाशत नहीं करेगा.
वहीं बसपा नेता दानिश अली ने कहा कि प्रज्ञा की इस हरकत का जवाब प्रधानमंत्री मोदी को देना चाहिए. उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के हत्यारे को देशभक्त कहना इससे ज्यादा शर्म की बात और कुछ भी नहीं हो सकती.
जेदयू महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि भाजपा नेता द्वारा की गई इस तरह की बातें आपत्तिजनक हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा को प्रज्ञा सिंह ठाकुर के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए उनकी सदस्यता खत्म करने के लिए जल्द से जल्द कार्य करना चाहिए.