नई दिल्ली: 4 जुलाई यानी कल से हज यात्रा शुरू होने वाली है. इसको लेकर इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर तैयारियां शुरू हो गई हैं. सबसे अहम बात यह है कि इस बार टर्मिनल तीन से हज यात्रियों का आवागमन होगा. इससे पहले यात्रियों को टर्मिनल 2 से निकाला जाता था. इस बार यात्रियों की सुविधा को देखते हुए इसे बदला गया है.
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'25 हजार यात्री भरेंगे उड़ान'
आईजीआई एयरपोर्ट डायल के प्रवक्ता ने बताया कि हमारा अनुमान है कि इस बार आईजीआई एयरपोर्ट से 25000 लोग हज यात्रा पर जाएंगे. पिछले साल 19000 लोग हज यात्रा पर गए थे.
इस बार संख्या पिछली बार से ज्यादा है. सभी तरह के इंतजाम बेहतर किए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि लोगों की सुविधा के लिए टर्मिनल 3 से आवागमन होगा.
'18 जुलाई तक भरेगी उड़ान'
उन्होंने बताया कि आईजीआई एयरपोर्ट पर यात्रियों की सुविधा के लिए अलग से एरिया बनाया गया है. जहां पर वह नमाज अदा कर सकेंगे. उन्होंने बताया कि करीब 14 दिन तक चलने वाली इस यात्रा में 62 उड़ानें यहां से जाएंगी. जिसमें बिहार, जम्मू कश्मीर,हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, चंडीगढ़,उत्तराखंड उत्तर प्रदेश के लोग शामिल हैं.
'सुविधाओं पर दिया जा रहा ध्यान'
प्रवक्ता ने बताया कि हज यात्रियों की सुरक्षा और उनको सुविधा देने के लिए विशेष ध्यान दिया जा रहा है. इसमें बुजुर्ग यात्रियों को बैटरी वाले रिक्शा से छोड़ा जाएगा. उन्होंने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से यहां और छह हजार से ज्यादा जवानों की ड्यूटी लगाई गई है. जोकि चप्पे-चप्पे पर तैनात रहेंगे.
क्या है हज यात्रा
हज यात्रा को इस्लाम के पांच सिद्धांतों में से एक है. यदि आप गहराई से जानेंगे तो यह पाएंगे कि हज यात्रा इस्लाम के विभिन्न महत्वपूर्ण स्तंभों में से एक है. इसे मुसलमान अपनी इबादत का माध्यम मानते हैं, यानि कि अल्लाह की मेहर पाने के लिए हज यात्रा बेहद जरूरी है.
जिस प्रकार से हर एक मुसलमान नमाज एवं रोजे अदा करके अल्लाह के और करीब हो जाता है, इसी प्रकार से वह हज यात्रा को भी अहमियत देता है. इसे पूर्ण करके वह मुसलमान होने का फर्ज अदा करता है एवं अपने जन्म को सफल मानता है. हज यात्रा से प्रत्येक इस्लामिक अनुयायी की गहरी भावनाएं जुड़ी होती हैं.