गुवाहाटी : टाटा टेक्नोलॉजीज लिमिटेड (Tata Technologies Ltd ) और असम सरकार ने बुधवार को 34 राज्य पॉलिटेक्निक और 43 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) को भविष्य के उत्कृष्टता केंद्रों (सीओई) में बदलने के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं. इस पर करीब 2,756 करोड़ रुपये निवेश किए जाएंगे. अधिकारियों ने कहा कि समझौते के ज्ञापन का उद्देश्य नवीनतम उद्योग की जरूरतों के अनुरूप पाठ्यक्रम, प्रशिक्षण और उपकरणों के सभी पहलुओं को शामिल करने वाले तकनीकी संस्थानों को अपग्रेड करना है.
एमओए के एक हिस्से के रूप में, टाटा टेक्नोलॉजीज लिमिटेड 2,390 करोड़ रुपये का निवेश करेगी, जबकि असम सरकार प्रौद्योगिकी प्रयोगशालाओं और कार्यशालाओं की स्थापना के लिए प्रत्येक तकनीकी संस्थान में 12,000 वर्ग फुट क्षेत्र के साथ 366 करोड़ रुपये का योगदान देगी. असम सरकार के प्रधान सचिव, कौशल, रोजगार और उद्यमिता विभाग बी. कल्याण चक्रवर्ती और एटा टेक्नोलॉजीज लिमिटेड के एमडी वॉरेन हैरिस ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए.
मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा ने इस दिन को उच्च शिक्षा और कौशल सशक्तिकरण के लिए ऐतिहासिक करार दिया. उन्होंने कहा हमने संकल्प लिया है कि हर क्षण असम के विकास के लिए काम करेंगे. 'गुणोत्सव 2022' के उद्घाटन के बारे में कहा कि इसका उद्देश्य राज्य में शिक्षा का गुणात्मक विकास लाना है. उन्होंने कहा कि टाटा टेक्नोलॉजीज लिमिटेड के साथ साझेदारी चौथी औद्योगिक क्रांति की आवश्यकता के अनुरूप शिक्षा के परिवर्तनकारी चरण को शुरू करेगी, जिसमें इंटरकनेक्टिविटी और स्मार्ट ऑटोमेशन की विशेषता होगी.
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उन्होंने कहा कि असम से एक साल में 15 से 20 हजार युवा तकनीकी रूप से ट्रेंड होकर निकलेंगे. संपूर्ण उन्नयन परियोजना अगले साल 10 मई तक शुरू हो जाएगी क्योंकि पीडब्ल्यूडी (बिल्डिंग) टाटा टेक्नोलॉजीज लिमिटेड की विशेषज्ञता के तहत परियोजना को लागू करेगी.
(IANS)