नई दिल्ली : जम्मू कश्मीर में हालिया घटनाक्रम में आम नागरिकों व सुरक्षाबलों को निशाना बनाया जा रहा है. इससे पहले भाजपा नेताओं को निशाना बनाया जा रहा था. अब वहां प्रवासी मजदूरों, छोटे दुकानदारों और गैर कश्मीरियों को गोलियां मारी जा रही हैं.
इससे विपक्षी पार्टियों को 370 हटाने पर सवाल उठाने का मौका मिल गया है. यह सत्ताधारी पार्टी भाजपा के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है. बावजूद इसके भारतीय जनता पार्टी इस कोशिश में है कि कश्मीर में जनता के बीच विश्वास जीता जा सके. इसी क्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए 23-24 अक्टूबर को जम्मू कश्मीर के दौरे पर जा रहे हैं.
इसकी तैयारी भाजपा के केंद्रीय कार्यालय के दिशा-निर्देश में की जा रही है. गृह मंत्री अमित शाह का यह दौरा जम्मू कश्मीर के लिए भाजपा की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह ऐसे समय में हो रहा है जब तमाम विपक्षी दल, सरकार द्वारा 370 हटाए जाने पर सवाल खड़े कर रहे हैं. यही वजह है कि अमित शाह के इस दो दिवसीय दौरे की तैयारी पार्टी जोर-शोर से कर रही है.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना को दिल्ली तलब किया गया है और सूत्रों के मुताबिक जम्मू कश्मीर में अमित शाह के दौरे के चल रही तैयारियों का गृह मंत्री और एनएसए अजीत डोभाल ने प्रदेश अध्यक्ष से विस्तृत जानकारी ली है. अमित शाह की जम्मू के भगवती नगर में होने वाली महारैली की तैयारियों के लिए पहले से जिला केंद्रों पर प्रचार रथ भेजे गए हैं और नेताओं को इस रैली का प्रचार-प्रसार करने का जिम्मा दिया गया है.
गृह मंत्री की इस रैली को सफल बनाने के लिए भाजपा के तमाम नेताओं को दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं. शाह की प्रदेश में होने वाली यह पहली बड़ी रैली होगी, जिसमें भाजपा कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती. जम्मू इकाई के नेताओं, विधायक, पूर्व विधायक पार्षदों और जनप्रतिनिधियों, पूर्व जनप्रतिनिधियों को भीड़ जुटाने की जिम्मेदारी दी गई है. पार्टी की तरफ से यह स्पष्ट निर्देश है कि रैली की वजह से आम लोगों को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए.
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केंद्रीय गृह मंत्री उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के अधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे. इससे पहले भी ईटीवी भारत के माध्यम से यह खबर दी गई थी कि नवंबर तक बड़ी संख्या में केंद्रीय मंत्रियों के दौरे जम्मू कश्मीर के लिए प्रस्तावित किए गए हैं. केंद्रीय मंत्रियों के दौरे हुए भी और केंद्र की योजनाओं के बारे में लोगों से फीडबैक लिया गया है.