कैमूर : बिहार के कैमूर से बड़ी खबर आ रही है. यहां डूबने से 5 बच्चों की मौत हो गई है. हादसा नहाने के दौरान हादसा हुआ है. मौके पर बड़ी संख्या में स्थानीय ग्रामीण की भीड़ है. स्थानीय लोगों ने बताया कि गांव के ही तालाब में 5 बच्चों की डूबकर मौत हो गई. गांव वालों ने बताया कि सभी बच्चे तालाब के पास खेलने के लिए पहुंचे हुए थे. तभी हादसे की सूचना मिली. तालाब में जाल डालकर शवों को बाहर निकाला गया. मामला रामपुर प्रखंड के धवपोखर गांव का है.
कैमूर मेंं डूबने से 5 बच्चों की मौत : सूचना पर पहुंची पुलिस और आसपास के गांव के लोग मौके पर पहुंचकर सभी बच्चों के शव को जाल डालकर तालाब से बाहर निकाला. शव निकलते ही गांव में मातम छा गया है. परिजनों सहित सभी लोग दर्द के आंसु में डूब गए हैं. मृत सभी बच्चे एक ही परिवार के हैं. सूचना पर पहुंची स्थानीय पुलिस ने शव का पंचनामा करने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भभुआ सदर अस्पताल में भेज दिया है.
एक ही घर के हैं सभी मृतक बच्चे : मृतक बच्चों में धवपोखर गांव निवासी सुशील कुमार की पुत्री अन्नुप्रिया (12 वर्ष), पुत्री अंशु प्रिया (10 वर्ष) एवं अपूर्व प्रिया (9 वर्ष) एवं सुनील कुमार की मधुप्रिया (8 वर्ष ) एवं रोहतास जिला के धनकड़ा निवासी अमन कुमार (11 वर्ष) बताया जाता है. सूचना पर पहुंचे भभुआ जिला परिषद सदस्य विकास सिंह उर्फ लल्लू पटेल ने बताया कि सभी बच्चे फकीराना तालाब में नहाने गए थे. जहां नहाने के दौरान सभी बच्चों की तालाब में डूबने लगे.
शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया : आसपास के ग्रामीण लोगों ने सबार थाना को सूचना देते हुए काफी मशक्कत के बाद सभी के शव को बाहर निकाला. वहीं पुलिस ने शव का पंचनामा करने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भभुआ सदर अस्पताल में भेज दिया है, जिला परिषद सदस्य ने मृतक के परिजनों को सरकारी मुआवजा देने की मांग किया है.
भभुआ डीएसपी शिव शंकर कुमार ने बताया कि मरने वाले सभी बच्चे एक ही परिवार के हैं. करमचट थाना क्षेत्र के धवपोखर गांव के फकीराना तालाब में नहाने या मछली मारने के लिए से गए हुए थे. उसी दौरान सभी की मौत हो गई है.
नीतीश ने किए मुआवजे का एलान : इधर सीएम नीतीश कुमार ने मृतक के परिजनों को चार-चार लाख रुपए अनुग्रह राशि अविलंब देने का निर्देश दिया है. परिजनों को तुरंत राशि देने का निर्देश जिला प्रशासन को जारी किया गया है. आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से नदी किनारे रहने वाले लोगों को जागरुक भी किया जा रहा है, कई तरह के हिदायतें दी जा रही हैं लेकिन उसके बावजूद डूबने की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं.
ये भी पढ़ें-