मंदसौर में जमाई राजा के रूप में पूजे जाते हैं रावण, रात को होता है दहन
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मंदसौर: यहां रावण को पूजा भी जाता है और रावण का दहन भी होता है. रविवार को दशहरा पर सालों से चली आ रही परंपरा का निर्वाह किया गया. मान्यता है कि रावण की पत्नी मंदसौर की बेटी थी इसी वजह से इसका नाम मंदसौर पड़ा. इसलिए नामदेव समाज के लोग रावण को जमाई राजा के रूप में मानते हैं और उनकी पूजा अर्चना करते हैं. नामदेव समाज की परंपरा के मुताबिक आज भी समाज के लोग वध करने की बजाए विधि विधान से रावण की पूजा अर्चना करते हैं. रावण के भक्तों का कहना है कि उनके पैर में धागा बांधने की परंपरा है और ऐसा करने से शारीरिक परेशानियों से मुक्ति मिलती है. समाज के लोगों ने यहां पहुंचकर परंपरानुसार दिन भर पूजा अर्चना की. वहीं दूसरी ओर यहां रात को पीजी कॉलेज ग्राउंड में रावण के पुतले का दहन भी होता है.