भोपाल: राजधानी के बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय में सोमवार को स्वरोजगार व रोजगार केंद्रित 'वृहद युवा संवाद कार्यक्रम' का आयोजन किया गया. इसमें मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी सम्मिलित हुए. इस दौरान सीएम ने युवाओं से संवाद किया और उनके प्रश्नों का जवाब देते हुए उनकी जिज्ञासाओं के बारे में समझा. सीएम ने युवाओं से कहा कि "युवा शक्ति नए भारत, नए मध्य प्रदेश की कर्णधार है. युवाओं का उत्साह मेरे भीतर असीम ऊर्जा का संचार करता है." सीएम ने कहा "राज्य सरकार युवाओं के संकल्प की सिद्धि के मार्ग प्रशस्त करेगी."
छात्रा के सवालों का सीएम ने दिया जवाब
शासकीय महिला पॉलीटेक्निक महाविद्यालय भोपाल में फैशन डिजाइनिंग का कोर्स कर रही एक छात्रा ने सीएम से पूछा कि मैं डिप्लोमा के बाद रोजगार पाना चाहती हूं. मध्य प्रदेश में इसकी क्या संभावना है. इस पर सीएम ने पूछा कि आपकी डिग्री कब पूरी होगी. छात्रा ने बताया कि ये उसका लास्ट ईयर है. तब सीएम मोहन यादव ने कहा कि "आचारपुरा में 6 इंडस्ट्रियां चल रही हैं. हमने प्लान किया है कि हमारे यहां काटन सबसे अधिक होता है.
काटन के आधार पर धागा बनाते-बनाते कपड़ा भी यहीं बनना चाहिए. मुझे इस बात कि खुशी है कि न सिर्फ कपड़ा बल्कि कपड़े से रेडीमेड गारमेंट तैयार कर के हैंगर में टांग कर अमेरिका के मार्केट में लगाकर हम बिजनेस करना चाहते हैं."
सिलाई, बुनाई और पैकिंग होगी मध्य प्रदेश में
सीएम मोहन यादव ने कहा कि "हमारी सिलाई, बुनाई और पैकिंग का काम हमारे प्रदेश में होना चाहिए. प्रदेश की जो भी मां-बहन फैक्ट्रियों में काम करने जाएंगी, प्रति व्यक्ति के हिसाब से 5-5 हजार रुपये सरकार संबंधित कंपनी को देगी. अब यदि कोई कंपनी 12 से 13 हजार रुपये माताओं-बहनों को देती है, तो उसमें तो 5 हजार रुपये सरकार ही दे रही है. बस शर्त यह है कि प्रदेश की महिलाओं को रोजगार देना होगा. यह राशि फैक्ट्री संचालक को 10 साल तक देने पर विचार चल रहा है."
- मोहन यादव ने मऊगंज को दी हनुमना सीतापुर सिंचाई परियोजना की सौगात, विद्यार्थियों को भेजे इतने रुपए
- 1200 करोड़ से चमकेगा ग्वालियर-चंबल, सीएम मोहन यादव ने खोला सौगातों का पिटारा
'प्रत्येक नौजवान को अपनी शिक्षा पूरी करनी है'
पंचायत एवं ग्रामीण विकास और श्रम मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा "जिस भी संस्थान में आप पढ़ रहे हैं, आपके शिक्षक, परिवारजन किसी न किसी दिशा में मदद कर रहे होंगे. कुछ जगह पर वो धकेलने की कोशिश भी कर रहे होंगे. कई बार हम किसी की नकल करने की कोशिश करते हैं. लेकिन प्रत्येक नौजवान को अपनी शिक्षा पूरी करनी है. उसको रोजगार भी पाना है. लेकिन कई बार हमारे सामने कई दीवारें आती हैं. हम निराश भी होते हैं. कई बार छलांग लगाकर उस पार भी चले जाते हैं. लेकिन पढ़ाई अपनी जगह पर है. आपकी डिग्री अपनी जगह पर है, लेकिन आपका हुनर अपनी जगह पर है."