कोयंबटूर: तमिलनाडु के कोयंबटूर में साल 1998 में हुए विनाशकारी बम धमाकों का मास्टरमाइंड एसए बाशा की मौत हो गई. हमलों में अपनी भूमिका के लिए आजीवन कारावास की सजा काट रहे बाशा को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के कारण पैरोल पर रिहा किया गया था.
बता दें कि, 14 फरवरी, 1998 को कोयंबटूर में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों में 50 से अधिक लोग मारे गए और सैकड़ों लोग घायल हो गए थे. 1998 में कोयंबटूर स्थित गांधी पार्क, सरकारी अस्पताल और टाउन हॉल सहित भीड़भाड़ वाले इलाकों को निशाना बनाकर बम विस्फोट कराए गए थे.
इस धमाके की साजिश का कनेक्शन चरमपंथी समूह अल-उम्मा से जुड़ा हुआ था. जांच के दौरान पता चला कि, सिलसिलेवार बम धमाकों के पीछे का मास्टरमाइंड अल-उम्मा का नेता बाशा था.
बाशा को 160 से अधिक अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार किया गया और बाद में दोषी ठहराया गया. हाल के वर्षों में, बाशा को बिगड़ते स्वास्थ्य के कारण पैरोल दी गई थी. बाशा के मरने की खबर सामने आते ही इलाके में पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई. पुलिस ने कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किए हैं. बाशा का अंतिम संस्कार दक्षिण उक्कदम में हैदर अली टीपू सुल्तान सुन्नत जमात में किया जाएगा. इस दौरान 2 हजार से अधिक पुलिसकर्मी ड्यूटी पर तैनात रहेंगे.
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