हैदराबाद: भला सुनसान में रहना किसे पसंद आता है? मगर पृथ्वी पर एक ऐसी जगह भी जहां पर ना तो इंसान हैं और ना ही जीव जंतु. आप अंदाजा नहीं लगा पा रहे हैं तो हम बता दें कि पृथ्वी की सबसे सुनसान जगह का नाम प्वाइंट निमो है...यह पृथ्वी की रहस्यों से भरी वो जगह, जहां पानी के बीचो बीच सैटेलाइट्स को दफन किया जाता है. इस जगह से जमीन से ज्यादा पास स्पेस स्टेशन है. तो आइए जानते हैं प्वाइंट निमो के बारे में दिलचस्प बातें.
क्या है प्वाइंट निमो
बता दें कि प्रशांत महासागर के मध्य में स्थित पृथ्वी की सबसे सुनसान जगह प्वाइंट निमो से भूमि की दूरी 1,670 मील (2,700 किलोमीटर) है, जिसे पार करने में कई दिन लगेंगे. प्वाइंट निमो को 'दुर्गमता का ध्रुव' भी कहा जाता है. निमो ईस्टर द्वीप के साउथ में और अंटार्कटिका के उत्तर में महासागर से घिरा हुआ है. यह 13,000 फीट (4,000 मीटर) से अधिक की गहराई तक डूबा हुआ है. प्वाइंट निमो को स्पेस के बेकार हो चुके सैटेलाइट्स का कब्रिस्तान भी कहा जाता है.
कब हुई थी प्वाइंट निमो की खोज
प्वाइंट निमो की खोज 1992 में क्रोएशियाई-कनाडाई सर्वेक्षण इंजीनियर ह्रवोजे लुकाटेला ने की थी. इसका पता लगाने के लिए उन्होंने एक भू-स्थानिक कंप्यूटर प्रोग्राम यूज किया था. इस जगह को लेकर वैज्ञानिक आमतौर पर काफी एक्साइटेड रहते हैं. प्वाइंट निमो से 1,250 मील से रहस्यमयी आवाजें भी सुनी गई थी. वहीं, NOAA (नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन) ने इस पर काम किया और पता लगाया कि यह एक विशाल हिमखंड के टूटने की आवाज थी.
प्वाइंट निमो अंतरिक्ष कबाड़ कब्रिस्तान है और इसके आस-पास कोई न होने के कारण, यह पुराने रॉकेटों और उपग्रहों को त्यागने के लिए बेस्ट स्थान है. माना जाता है कि इस क्षेत्र में 100 से अधिक डीकमीशन अंतरिक्ष यान मौजूद हैं.