हैदराबाद: इलेक्ट्रिक मोबिलिटी कंपनी Lectrix EV ने अपना नया इलेक्ट्रिक स्कूटर Lectrix E2W भारत में लॉन्च किया है, जिसकी कीमत 49,999 रुपये रखी गई है. आपको बता दें कि Lectrix EV दिग्गज कंपनी SAR Group की इलेक्ट्रिक मोबिलिटी शाखा है. स्कूटर की खास बात यह है कि इस ई-स्कूटर के ग्राहकों को सेवा के तौर पर बैटरी उपलब्ध कराई जाएगी.
इसका अर्थ यह है कि ग्राहकों को बैटरी सेवाओं के लिए सदस्यता के आधार पर भुगतान करना होगा. Lectrix EV के ईवी बिजनेस अध्यक्ष, प्रीतेश तलवार ने इसके लॉन्च के दौरान कहा कि 'यह अवधारणा सरल लेकिन परिवर्तनकारी है. वाहन से बैटरी को अलग करके और इसे एक सेवा के रूप में प्रदान करने से, ग्राहकों के लिए ईवी अनुभव अधिक सुलभ और किफायती हो जाता है.'
उन्होंने आगे कहा कि 'ईवी अपनाने के लिए प्रमुख चुनौतियां उनकी उच्च कीमत और बैटरी के आसपास अनिश्चितता रही हैं और इस लॉन्च के साथ हमने इन दोनों चुनौतियों का समाधान कर लिया है.' तलवार ने आगे कहा कि 'आईसीई वाहन खरीदने की अग्रिम लागत 1 लाख रुपये है, जो हमारे स्कूटर की लागत से दोगुनी है.'
उन्होंने आगे कहा कि 'इसके अतिरिक्त, पेट्रोल पर मासिक निवेश बढ़ रहा है, और यह आईसीई वाहन की रखरखाव लागत के साथ मिलकर हमारी सदस्यता योजना को और अधिक किफायती बना देता है.' कंपनी का दावा है कि 'बैटरी-एज़-ए-सर्विस' कार्यक्रम के कारण Lectrix EV को ग्राहक प्रतिस्पर्धी मॉडल की तुलना में लगभग 40 प्रतिशत कम भुगतान करते हैं.
कंपनी ने बताया कि यह स्कूटर एक बार चार्ज करने पर 100 किमी की दावा की गई रेंज, लगभग 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार और जीवन भर बैटरी वारंटी प्रदान करता है. इससे पहले फरवरी 2024 में, कंपनी ने LXS 2.0 इलेक्ट्रिक स्कूटर लॉन्च किया था, जो एक बार चार्ज करने पर 98 किमी की रेंज प्रदान करता है.
इस स्कूटर में 2.3 kWh का बैटरी पैक मिलता है, जिसके बारे में कंपनी का कहना है कि यह इंडस्ट्री में एक अद्वितीय आकार है. कंपनी इस स्कूटर को 79,999 रुपये (एक्स-शोरूम) कीमत पर बेच रही है. Lectrix EV का मानना है कि नया LXS 2.0 ग्राहक की तीन महत्वपूर्ण जरूरतों - रेंज, गुणवत्ता और मूल्य को पूरा करता है.
Lectrix EV नए LXS 2.0 इलेक्ट्रिक स्कूटर के साथ पहली बार खरीदारों को लक्षित कर रहा है और 3 साल/30,000 किमी की वारंटी दे रहा है. मॉडल में एक एंटी-थेफ्ट सिस्टम, इमरजेंसी SoS, डोरस्टेप सर्विस और भी बहुत कुछ दिया जा रहा है. देश भर में उपभोक्ताओं द्वारा इसकी 10,000 से अधिक यूनिट्स का इस्तेमाल किया जा रहा है.