संबलपुर: प्रमुख प्रबंधन संस्थानों में से एक आईआईएम संबलपुर ने सोमवार को एक एआई प्रोफेसर की शुरुआत करने की घोषणा की. एआई प्रोफेसर की शुरुआत के साथ, आईआईएम संबलपुर देश का पहला ऐसा आईआईएम बन गया है, जिसके क्लासरूम में एआई फैकल्टी होगी. यह छात्रों के क्लासरूम में सीखने के तरीके को बदल देगा.
आईआईएम संबलपुर के निदेशक प्रो. महादेव जायसवाल ने बताया कि अगले 10 महीनों में एआई को संकाय के रूप में शामिल करने का काम पूरा हो जाएगा. आईआईएम संबलपुर के अधिकारियों ने सोमवार को अपने 10वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान एआई को संकाय के रूप में शामिल करने की घोषणा की.
10वें स्थापना दिवस पर स्वागत भाषण देते हुए आईआईएम संबलपुर के निदेशक प्रो. महादेव जायसवाल ने कहा कि एआई के आने से शिक्षकों की भूमिका भी शिक्षण से बदलकर सृजन और सीखने में बदल जाएगी. निदेशक प्रो. महादेव जायसवाल ने कहा कि "हम परिवर्तनकारी शिक्षण एक्सपीरिएंस के लिए कक्षाओं में एआई की शुरुआत की घोषणा करते हैं."
उन्होंने कहा कि "आईआईएम संबलपुर, जो 2015 में सिर्फ 49 एमबीए छात्रों के साथ शुरू हुआ था, आज 320 एमबीए छात्रों के साथ एक गौरवशाली संस्थान है." जायसवाल ने कहा कि "हमने अपने इनक्यूबेशन सेंटर के तहत 60 से अधिक स्टार्ट-अप्स को शामिल करने के लिए विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचे और प्रक्रिया का निर्माण किया तथा अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा दिया."
जायसवाल ने कहा कि "इस वर्ष आईआईएम संबलपुर में तीन उत्कृष्टता केंद्र होंगे, एक अधिक विविध एमबीए कार्यक्रम होगा, जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्राष्ट्रीय मान्यता और परिसर के विस्तार की दिशा में केंद्रित प्रयासों के अनुरूप है."
संस्थान ने एक बयान में कहा कि एआई-सक्षम शिक्षण कक्षाओं में छात्रों के सीखने के तरीके को बदल देगा. प्रोफेसर जायसवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और इस विश्व स्तरीय संस्थान के निर्माण में योगदान देने वाले सभी लोगों का हार्दिक आभार व्यक्त किया.
उन्होंने विकसित भारत के लक्ष्यों को आगे बढ़ाने के लिए फरवरी में महिला सशक्तिकरण शिखर सम्मेलन आयोजित करने की योजना के बारे में भी बताया. उन्होंने कहा कि आईआईएम संबलपुर में इस वर्ष तीन उत्कृष्टता केंद्र होंगे, एक अधिक विविध एमबीए कार्यक्रम होगा, जो अंतर्राष्ट्रीय मान्यता और परिसर के विस्तार की दिशा में एनईपी के केंद्रित प्रयासों के अनुरूप होगा.