जयपुर. राजस्थान की भजनलाल सरकार से नौकरी बहाल करने की मांग को लेकर राजधानी के शहीद स्मारक पर धरने पर बैठे युवा मित्रों का शुक्रवार को धैर्य जवाब दे गया. धरना दे रहे युवा मित्र अचानक जयपुरिया अस्पताल के पीछे पानी की टंकी के पास पहुंचे. उसके बाद 10-12 युवा मित्र पानी की टंकी पर चढ़ गए और राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किए. इनमें महिला युवा मित्र भी शामिल थीं. इस दौरान उनके साथी टंकी के नीचे लगातार नारेबाजी कर प्रदर्शन करते रहे. हालांकि, बाद में पुलिस ने समझाइश कर पानी की टंकी पर चढ़े युवा मित्रों को नीचे उतरवाया. दरअसल, पूर्ववर्ती अशोक गहलोत सरकार के समय लगे पांच हजार युवा मित्रों को भजनलाल सरकार ने सत्ता में आते ही हटा दिया था. इसके बाद से युवा मित्र नौकरी बहाल करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं. पिछले 70 दिन से युवा मित्र अपनी मांग को लेकर जयपुर के शहीद स्मारक पर धरना दे रहे हैं.
पेट्रोल की बोतल हाथ मे लेकर दी चेतावनी : आज दिन में बड़ी संख्या में युवा मित्र जयपुरिया अस्पताल के पीछे बनी पानी की टंकी के पास पहुंचे. इनमें से 10-12 युवा मित्र पानी की टंकी पर चढ़ गए. इनमें महिला युवा मित्र भी शामिल थी. इनमें से एक युवा मित्र के हाथ में पेट्रोल की बोतल थी. उन्होंने कहा कि नौकरी बहाल करने की मांग को लेकर वे लंबे समय से शांतिपूर्ण तरीके से धरना दे रहे हैं. लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है. इसलिए उन्हें यह कदम उठाना पड़ा.
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सुनवाई नहीं हुई तो आर-पार की लड़ाई : नौकरी बहाली की मांग को लेकर संघर्ष कर रहे युवा मित्रों का कहना है कि वे लंबे समय से शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे हैं. लेकिन सरकार की ओर से बातचीत भी नहीं की गई है. न ही उन्हें कोई आश्वासन मिला है. ऐसे में अब युवा मित्रों ने आर-पार की लड़ाई लड़ने का फैसला लिया है. बता दें कि शहीद स्मारक पर धरना देते समय तबीयत बिगड़ने से एक युवा मित्र की मौत भी हो चुकी है.