बीकानेर: जिले में नशे के बढ़ते कारोबार को लेकर अब लोगों में गुस्सा देखने को मिल रहा है. नशेड़ी आए दिन चोरी और छीनाझपटी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. ऐसे में सोमवार को बीकानेर में युवाओं ने नशे के कारोबार के खिलाफ हुंकार भरी और विरोध प्रदर्शन करते हुए जिला पुलिस अधीक्षक को कार्रवाई की मांग को लेकर ज्ञापन दिया. अभियान की अगुवाई करने वाले भगवान सिंह मेड़तिया और वेदव्यास ने कहा कि शहर में स्मैक, चिट्ठा और एमडी जैसा नशा खुले तौर पर बिक रहा है. इससे युवाओं का भविष्य बर्बाद हो रहा है.
छोटी काशी बन रहा 'उड़ता बीकानेर': प्रदर्शन में शामिल अलग-अलग राजनीतिक पार्टियों के नेताओं ने कहा कि बीकानेर की पहचान धर्म धरा के रूप में है, इसीलिए इस शहर को छोटी काशी कहते हैं, लेकिन अब शहर की आबोहवा में नशा घुलता जा रहा है. अब यह 'उड़ता बीकानेर' बनता जा रहा है. मेड़तिया ने प्रशासन और पुलिस से मांग की है कि बीकानेर में स्कूल कॉलेजों में जागरूकता अभियान चलाया जाए. साथ ही शिक्षण संस्थानों के आसपास नशे ठिकानों पर कार्रवाई की जाए.
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संत भी रहे साथ: इस दौरान विरोध प्रदर्शन कर रहे युवाओं ने नशे के खिलाफ स्लोगन लिखी तख्तियां हाथ में ले रखी थी. प्रदर्शन के दौरान राम झरोखा कैलाश धाम के महंत सरजू दास भी मौजूद रहे. उन्होंने कहा कि बीकानेर शहर में नशे के चलते आए दिन घटनाएं हो रही हैं. शहर में खुलेआम नशा बिक रहा है. उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन को नशे के कारोबार पर कार्रवाई करनी चाहिए. इस बारे में मुख्यमंत्री को भी पत्र लिखा है, यदि पुलिस प्रशासन आने वाले दिनों में कोई कठोर कार्रवाई नहीं करता है तो हम लोग आगे की लड़ाई के लिए तैयार रहेंगे.