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नालंदा में मछली चोरी के आरोप में युवक की हत्या, पूर्व मुखिया पुत्र पर लगा गंभीर आरोप - MURDER IN NALANDA

Nalanda Youth murder: बिहार के नालंदा में हत्या का मामला सामने आया है. मछली चोरी के आरोप में युवक की हत्या कर दी. परिजनों ने पूर्व मुखिया पुत्र पर घटना को अंजाम देने का आरोप लगाया है. इधर पुलिस ने मौत का कारण कुछ और बताया है. पढ़ें पूरी खबर.

नालंदा में युवक की हत्या
नालंदा में युवक की हत्या (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Sep 9, 2024, 10:47 AM IST

Updated : Sep 9, 2024, 10:57 AM IST

नालंदाः बिहार के नालंदा में युवक की हत्या कर दी गयी. घटना पावापुरी सहायक थाना क्षेत्र बकरा गांव की है. मृतक की पहचान बुंदेल केवट के 38 वर्षीय पुत्र अर्जुन केवट के तौर पर हुई है. घटना के संबंध में मृतक के परिजनों ने बताया कि चोरसुआ गांव निवासी पूर्व मुखिया शिवनंदन प्रसाद रविवार को मृतक अर्जुन को घर से बुलाकर तालाब से मछली निकालने के लिए बुलाया था.

सिर पर मारने से जख्मीः परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार अर्जुन मछली निकाल रहा था इसी दौरान पूर्व मुखिया के पुत्र मनोज कुमार तालाब के निकट पहुंचा और अर्जुन को गाली-गलौज करते हुए पास में लगे मूंगा के पेड़ का डंडा तोड़कर मृतक के सिर पर वार कर दिया. जिससे मृतक गंभीर रूप से जख्मी हो गया. आरोपी मुखिया पुत्र अर्जुन के साला को ढूंढकर लाया और घायल अवस्था में बाइक पर बैठाकर दरवाजे पर छोड़कर फरार हो गया.

"शिवनंदन प्रसाद मेरे बहनोई को मछली मारने के लिए ले गए थे. इसी दौरान उसका बेटा मनोज मेरे बहनोई के साथ मारपीट की. बाद में हमें बुलाकर कहा कि तुम्हारा बहनोई गिरा हुआ है. हमलोग उठाकर घर ले आए. घर पहुंचाने के बाद मनोज फरार हो गया. मेरे बहनोई का इलाक के दौरान मौत हो गयी. सिर में डंडे से हमला किा गया था." -सोनू कुमार, मृतक का साला

रुपए के लिए रखा रहा शवः परिजनों को जब जानकारी मिली तो घायल को इलाज के लिए निजी क्लीनिक में भर्ती कराया. जहां इलाज के क्रम में मौत हो गयी. निजी क्लीनिक में डॉक्टर ने बिना पैसा लिए बॉडी नहीं दिया. 50 हज़ार रुपए इंतज़ाम कर दिया तब जाकर शव परिजनों को सौंपा जिसके लिए घंटों इंतज़ार करना पड़ा.

परिजनों की मिलीभगत की आशंकाः परिजनों ने घटना के बाद मृतक के परिवार शव लेकर थाना पहुंच गए और हत्या का मामला दर्ज कराने की बात कही. इसपर पुलिस ने तालाब में डूबने से मौत का केस बनाकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. कहा कि आपदा राहत के तहत लाभ दिलाने की बात बता पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.

सिर में चोट लगने से मौकतः मृतक को जब परिवार के लोगों ने निजी क्लीनिक में इलाज कराया तो सिटी स्कैन से पता चला कि दिमाग में ज़्यादा चोट लगने की वजह से मौत हुई है. जब इस संबंध पावापुरी सहायक थानाध्यक्ष नारदमुनि सिंह ने कहा कि पीड़ित परिवार द्वारा लगाया जा रहा आरोप बिल्कुल बेबुनियाद है. मछली मारने के दौरान पैर फिसलने से चोट लगी है. इलाज के क्रम में मौत हुई है.

"परिजन हत्या का आरोप लगा रहे हैं लेकिन मछली पकड़ने के दौरान पैर फिसलने से सिर में चोट लगी है. इलाज के दौरान इसी कारण मौत गयी. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है. जांच कर कार्रवाई की जाएगी." -नारदमुनि सिंह, पावापुरी सहायक थानाध्यक्ष

यह भी पढ़ेंः नालंदा में युवक का बेरहमी से कत्ल! नदी किनारे कई टुकड़ों में शव दफनाया, धड़ अब भी लापता - Body recovered in Nalanda

नालंदाः बिहार के नालंदा में युवक की हत्या कर दी गयी. घटना पावापुरी सहायक थाना क्षेत्र बकरा गांव की है. मृतक की पहचान बुंदेल केवट के 38 वर्षीय पुत्र अर्जुन केवट के तौर पर हुई है. घटना के संबंध में मृतक के परिजनों ने बताया कि चोरसुआ गांव निवासी पूर्व मुखिया शिवनंदन प्रसाद रविवार को मृतक अर्जुन को घर से बुलाकर तालाब से मछली निकालने के लिए बुलाया था.

सिर पर मारने से जख्मीः परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार अर्जुन मछली निकाल रहा था इसी दौरान पूर्व मुखिया के पुत्र मनोज कुमार तालाब के निकट पहुंचा और अर्जुन को गाली-गलौज करते हुए पास में लगे मूंगा के पेड़ का डंडा तोड़कर मृतक के सिर पर वार कर दिया. जिससे मृतक गंभीर रूप से जख्मी हो गया. आरोपी मुखिया पुत्र अर्जुन के साला को ढूंढकर लाया और घायल अवस्था में बाइक पर बैठाकर दरवाजे पर छोड़कर फरार हो गया.

"शिवनंदन प्रसाद मेरे बहनोई को मछली मारने के लिए ले गए थे. इसी दौरान उसका बेटा मनोज मेरे बहनोई के साथ मारपीट की. बाद में हमें बुलाकर कहा कि तुम्हारा बहनोई गिरा हुआ है. हमलोग उठाकर घर ले आए. घर पहुंचाने के बाद मनोज फरार हो गया. मेरे बहनोई का इलाक के दौरान मौत हो गयी. सिर में डंडे से हमला किा गया था." -सोनू कुमार, मृतक का साला

रुपए के लिए रखा रहा शवः परिजनों को जब जानकारी मिली तो घायल को इलाज के लिए निजी क्लीनिक में भर्ती कराया. जहां इलाज के क्रम में मौत हो गयी. निजी क्लीनिक में डॉक्टर ने बिना पैसा लिए बॉडी नहीं दिया. 50 हज़ार रुपए इंतज़ाम कर दिया तब जाकर शव परिजनों को सौंपा जिसके लिए घंटों इंतज़ार करना पड़ा.

परिजनों की मिलीभगत की आशंकाः परिजनों ने घटना के बाद मृतक के परिवार शव लेकर थाना पहुंच गए और हत्या का मामला दर्ज कराने की बात कही. इसपर पुलिस ने तालाब में डूबने से मौत का केस बनाकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. कहा कि आपदा राहत के तहत लाभ दिलाने की बात बता पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.

सिर में चोट लगने से मौकतः मृतक को जब परिवार के लोगों ने निजी क्लीनिक में इलाज कराया तो सिटी स्कैन से पता चला कि दिमाग में ज़्यादा चोट लगने की वजह से मौत हुई है. जब इस संबंध पावापुरी सहायक थानाध्यक्ष नारदमुनि सिंह ने कहा कि पीड़ित परिवार द्वारा लगाया जा रहा आरोप बिल्कुल बेबुनियाद है. मछली मारने के दौरान पैर फिसलने से चोट लगी है. इलाज के क्रम में मौत हुई है.

"परिजन हत्या का आरोप लगा रहे हैं लेकिन मछली पकड़ने के दौरान पैर फिसलने से सिर में चोट लगी है. इलाज के दौरान इसी कारण मौत गयी. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है. जांच कर कार्रवाई की जाएगी." -नारदमुनि सिंह, पावापुरी सहायक थानाध्यक्ष

यह भी पढ़ेंः नालंदा में युवक का बेरहमी से कत्ल! नदी किनारे कई टुकड़ों में शव दफनाया, धड़ अब भी लापता - Body recovered in Nalanda

Last Updated : Sep 9, 2024, 10:57 AM IST
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