बिलासपुर : पचपेड़ी थाना क्षेत्र में एक युवक की कुएं में उतरने से जान चली गई. बताया जा रहा है कि युवक कुएं की सफाई करने के लिए नीचे उतरा था. लेकिन काफी देर तक बाहर नहीं आया.परिजनों जब कुएं के अंदर झांका तो युवक पानी में डूबा हुआ दिखा. इसके बाद परिजनों को कुएं के पास गैस की दुर्गंध आई.इसके बाद सूचना पुलिस को दी गई. पुलिस ने एसडीआरएफ की मदद से युवक का शव कुएं से बाहर निकाला.
कैसे हुई घटना ?: ग्राम चिस्दा पानी टंकी के पास में रहने वाला केशव प्रसाद पटेल घर के आंगन में बने कुएं से बदबू आने के बाद उसके अंदर घुसा था.युवक ने परिजनों को बताया था कि कुएं के अंदर से बदबू आ रही है इसलिए उसे साफ करना होगा.सुबह करीब 10 बजे युवक कुएं के अंदर उतरा और मरे हुए मेंढकों को बाहर निकालने लगा.लेकिन कुछ देर बार युवक कुएं के अंदर बिल्कुल शांत हो गया. घर में सिर्फ युवक की भाभी मौजूद थी.भाभी ने जब पास जाकर देखा तो युवक पानी में डूब चुका था.
परिजनों को दी सूचना : युवक के परिजन खेत में रोपा लगाने के लिए गए थे. भाभी ने उनको सूचित किया.इसके बाद परिजन कुएं के पास पहुंचे.जहां उन्हें अजीब सी बदबू आई.जहरीली गैस होने की आशंका पर युवक के परिजनों ने पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने एसडीआरएफ की टीम को सूचना भिजवाई. बुधवार दोपहर एसडीआरएफ की टीम ने कुएं में कांटा डाला.इसके बाद युवक के शव को बाहर निकाला गया. पुलिस अब पीएम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई करेगी.
बेमेतरा में तीन की हुई थी मौत : बेमेतरा जिला के नवागढ़ ब्लॉक के कुआं गांव में भी कुएं की जहरीली गैस ने तीन की जान ली थी. कुएं के अंदर सफाई करने गया शख्स जब बेहोश हुआ तो उसे निकालने के लिए दो लोग कुएं के अंदर घुसे.लेकिन जैसे ही वो लोग बेहोश हुए शख्स को निकालने लगे गैस ने उन्हें भी बेहोश कर दिया. आखिरकार तीनों ने ही कुएं के अंदर दम तोड़ दिया. एसडीआरएफ की टीम ने तीनों के शवों को बाहर निकाला था.
कोरबा में चाचा भतीजे की हुई थी मौत : मई महीने में बालको थाना के अंतर्गत गांव बुंदेली के दहियानभाठा में भी ऐसा हादसा हुआ था. यहां के रहने वाले तीजराम मंझवार ने अपने बाड़ी के कुएं की सफाई करने के लिए पड़ोस में रहने वाले चाचा भतीजे साहेब लाल और जगतराम मंझवार को बुलाया था. दोनों जैसे ही कुएं के अंदर सफाई करने उतरे वैसे ही बेहोश हो गए.जब तक दोनों को बाहर निकाला जाता तब तक उनकी मौत हो गई थी.
क्यों कुएं में हो जाती है मौत : जानकारों के मुताबिक, सूखे और गहरे कुओं में धीरे धीरे कचरा जमा होता रहता है. नमी के कारण मीथेन गैस बन जाती है, जो काफी जहरीली और जानलेवा हो सकती है. गैस इनहेल करते ही कई दफा तो इंसान के मुंह से बचाव के लिए भी शब्द नहीं निकल पाती और मौत हो जाती है. संभव है कि इस घटना में भी ऐसा ही हुआ हो. बेमेतरा जिला के नवागढ़ ब्लॉक के कुआं गांव में भी कुएं की जहरीली गैस ने तीन की जान ली थी. कुएं के अंदर सफाई करने गया शख्स जब बेहोश हुआ तो उसे निकालने के लिए दो लोग कुएं के अंदर घुसे.लेकिन जैसे ही वो लोग बेहोश हुए शख्स को निकालने लगे गैस ने उन्हें भी बेहोश कर दिया. आखिरकार तीनों ने ही कुएं के अंदर दम तोड़ दिया. एसडीआरएफ की टीम ने तीनों के शवों को बाहर निकाला था.