ETV Bharat / state

बाराबंकी में बड़े भाई की गोली मारकर हत्या, बीमा के 50 लाख रुपये हड़पने का था प्लान - Barabanki News - BARABANKI NEWS

यूपी के बाराबंकी में बीती 5 जुलाई को पुलिस ने युवक की हत्या का खुलासा (Barabanki News) किया है. पुलिस ने हत्या के मामले में मृतक के सगे भाई को गिरफ्तार किया है.

बाराबंकी में पुलिस ने किया खुलासा
बाराबंकी में पुलिस ने किया खुलासा (फोटो क्रेडिट : Etv Bharat)
author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jul 11, 2024, 9:43 PM IST

जानकारी देते पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह (वीडियो क्रेडिट : ETV bharat)

बाराबंकी : जिले में बीती 5 जुलाई को बदोसराय थाना क्षेत्र में युवक की हत्या के मामले में पुलिस ने खुलासा किया है. पुलिस का दावा है कि बीमा का 50 लाख रुपया हड़पने के लालच में छोटे भाई ने अपने सगे बड़े भाई की गोली मारकर हत्या कर दी थी. यही नहीं हत्या के राज को छुपाने के लिये उसने पुलिस को गुमराह करते हुए किसी अज्ञात द्वारा हत्या किए जाने की बात बताई थी. फिलहाल पुलिस ने आरोपी भाई को गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही उसकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त तमंचा भी बरामद कर लिया है.

पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह के मुताबिक, बीती 06 जुलाई को बदोसराय थाना क्षेत्र के रहने वाले अशोक कुमार ने थाने पर सूचना दी कि उसके भाई अरविंद और वीरेंद्र कुमार नवनिर्मित मकान में सो रहे थे कि 5/6 जुलाई की रात में किसी अज्ञात व्यक्ति ने मेरे भाई अरविंद कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी है. इस सूचना के बाद मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने छानबीन शुरू की. घटना का कोई गवाह नहीं था और घर का दरवाजा अंदर से बंद था. केवल दोनों भाई ही घर में थे.

पुलिस के मुताबिक, मृतक अरविंद जहां सो रहा था वहां पर एक खिड़की थी. पुलिस ने जब वीरेंद्र से पूछताछ की तो उसने बताया कि किसी ने खिड़की से गोली मार दी है. गोली मृतक के सिर में लगी थी. पुलिस ने जब बारीकी से छानबीन की तो खिड़की संकरी होने से हाथ डालकर गोली चलाना सम्भव न लगा और फिर जिस ऐंगल से सिर में गोली लगी थी वह खिड़की की तरफ का नहीं था. बस इसी बात से पुलिस को शक होने लगा. पुलिस के शक की सुई घटना के वक्त घर में मौजूद वीरेंद्र पर घूम गई. क्योंकि वीरेंद्र ने बताया था कि गोली की आवाज उसने नहीं सुनी और वह सुबह देर से उठा. इन सब बातों ने पुलिस के शक को और गहरा कर दिया. लिहाजा पुलिस ने जब कड़ाई से वीरेंद्र से पूछताछ शुरू की तो वह टूट गया और फिर उसने जब कहानी बताई तो सभी हैरान रह गए.

हत्या की वजह : पुलिस के मुताबिक, मृतक अरविंद का सगा छोटा भाई आरोपी वीरेंद्र कुमार वर्मा प्रॉपर्टी का काम करता है. बिजनेस के सिलसिले में उसने कई लोगों से उधार ले रखा था, लोग आए दिन उससे तगादा करते थे. मृतक अरविंद सरकारी सफाईकर्मी था. कई बार उसने अपने भाई द्वारा लिए गए कर्ज की अदायगी भी की थी, जिसके बाद अरविंद ने इसका विरोध भी करना शुरू कर दिया था. इसको लेकर दोनों में विवाद होता रहता था. इसके अलावा वीरेंद्र का मृतक की पत्नी यानी भाभी से सम्बंध भी था. वीरेंद्र को यह जानकारी थी कि उसके भाई ने अपना 50 लाख रुपये का बीमा करा रखा है.

पुलिस के मुताबिक, वीरेंद्र ने योजना बनाई कि अरविंद की मौत के बाद उसे अच्छी खासी रकम मिल जाएगी क्योंकि उसकी भाभी उसके प्रभाव में थी. साथ ही भाभी को मृतक आश्रित में नौकरी भी मिल जाएगी. जिसके बाद योजना बनाकर वीरेंद्र ने घटना वाली रात को करीब ढाई बजे उसने अपने भाई अरविंद की सोते समय तमंचे से गोली मारकर हत्या कर दी और साजिश के तहत सोने का बहाना बनाकर सुबह देर तक लेटा रहा, ताकि घरवालों के आने पर वह गेट खोले जिससे लोगों को लगे कि वह सो रहा था और उसे घटना की कोई जानकारी नहीं है.

यह भी पढ़ें : मौत के 10 दिन बाद समाधि से निकाला नाथ संप्रदाय के योगी का शव, बाबा बालक नाथ के उत्तराधिकारी थे - Yogi suspicious death

यह भी पढ़ें : छुट्टी पर घर लौटे सीआरपीएफ जवान की छोटे भाई ने की हत्या, ये थी वजह

जानकारी देते पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह (वीडियो क्रेडिट : ETV bharat)

बाराबंकी : जिले में बीती 5 जुलाई को बदोसराय थाना क्षेत्र में युवक की हत्या के मामले में पुलिस ने खुलासा किया है. पुलिस का दावा है कि बीमा का 50 लाख रुपया हड़पने के लालच में छोटे भाई ने अपने सगे बड़े भाई की गोली मारकर हत्या कर दी थी. यही नहीं हत्या के राज को छुपाने के लिये उसने पुलिस को गुमराह करते हुए किसी अज्ञात द्वारा हत्या किए जाने की बात बताई थी. फिलहाल पुलिस ने आरोपी भाई को गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही उसकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त तमंचा भी बरामद कर लिया है.

पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार सिंह के मुताबिक, बीती 06 जुलाई को बदोसराय थाना क्षेत्र के रहने वाले अशोक कुमार ने थाने पर सूचना दी कि उसके भाई अरविंद और वीरेंद्र कुमार नवनिर्मित मकान में सो रहे थे कि 5/6 जुलाई की रात में किसी अज्ञात व्यक्ति ने मेरे भाई अरविंद कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी है. इस सूचना के बाद मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने छानबीन शुरू की. घटना का कोई गवाह नहीं था और घर का दरवाजा अंदर से बंद था. केवल दोनों भाई ही घर में थे.

पुलिस के मुताबिक, मृतक अरविंद जहां सो रहा था वहां पर एक खिड़की थी. पुलिस ने जब वीरेंद्र से पूछताछ की तो उसने बताया कि किसी ने खिड़की से गोली मार दी है. गोली मृतक के सिर में लगी थी. पुलिस ने जब बारीकी से छानबीन की तो खिड़की संकरी होने से हाथ डालकर गोली चलाना सम्भव न लगा और फिर जिस ऐंगल से सिर में गोली लगी थी वह खिड़की की तरफ का नहीं था. बस इसी बात से पुलिस को शक होने लगा. पुलिस के शक की सुई घटना के वक्त घर में मौजूद वीरेंद्र पर घूम गई. क्योंकि वीरेंद्र ने बताया था कि गोली की आवाज उसने नहीं सुनी और वह सुबह देर से उठा. इन सब बातों ने पुलिस के शक को और गहरा कर दिया. लिहाजा पुलिस ने जब कड़ाई से वीरेंद्र से पूछताछ शुरू की तो वह टूट गया और फिर उसने जब कहानी बताई तो सभी हैरान रह गए.

हत्या की वजह : पुलिस के मुताबिक, मृतक अरविंद का सगा छोटा भाई आरोपी वीरेंद्र कुमार वर्मा प्रॉपर्टी का काम करता है. बिजनेस के सिलसिले में उसने कई लोगों से उधार ले रखा था, लोग आए दिन उससे तगादा करते थे. मृतक अरविंद सरकारी सफाईकर्मी था. कई बार उसने अपने भाई द्वारा लिए गए कर्ज की अदायगी भी की थी, जिसके बाद अरविंद ने इसका विरोध भी करना शुरू कर दिया था. इसको लेकर दोनों में विवाद होता रहता था. इसके अलावा वीरेंद्र का मृतक की पत्नी यानी भाभी से सम्बंध भी था. वीरेंद्र को यह जानकारी थी कि उसके भाई ने अपना 50 लाख रुपये का बीमा करा रखा है.

पुलिस के मुताबिक, वीरेंद्र ने योजना बनाई कि अरविंद की मौत के बाद उसे अच्छी खासी रकम मिल जाएगी क्योंकि उसकी भाभी उसके प्रभाव में थी. साथ ही भाभी को मृतक आश्रित में नौकरी भी मिल जाएगी. जिसके बाद योजना बनाकर वीरेंद्र ने घटना वाली रात को करीब ढाई बजे उसने अपने भाई अरविंद की सोते समय तमंचे से गोली मारकर हत्या कर दी और साजिश के तहत सोने का बहाना बनाकर सुबह देर तक लेटा रहा, ताकि घरवालों के आने पर वह गेट खोले जिससे लोगों को लगे कि वह सो रहा था और उसे घटना की कोई जानकारी नहीं है.

यह भी पढ़ें : मौत के 10 दिन बाद समाधि से निकाला नाथ संप्रदाय के योगी का शव, बाबा बालक नाथ के उत्तराधिकारी थे - Yogi suspicious death

यह भी पढ़ें : छुट्टी पर घर लौटे सीआरपीएफ जवान की छोटे भाई ने की हत्या, ये थी वजह

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.