इंदौर: जिले में चाइनीज मांझे की चपेट में आने से एक छात्र की मौत हो गई है, जबकि साथ में मौजूद एक अन्य छात्र घायल हो गया. मृतक के परिवार ने क्षेत्रीय पुलिस पर कई तरह के आरोप लगाए हैं और मृतक के शव को थाने के बाहर रखकर विरोध किया. परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ने उनकी शिकायत समय पर दर्ज नहीं की और उनके मोबाइल से चीनी मांझे का वीडियो जबरन डिलीट करवा दिया. इसके बाद क्षेत्रीय डीसीपी ने थाना प्रभारी और थाने में तैनात पुलिस के खिलाफ अर्थदंड की कार्रवाई की है.
20 वर्षीय छात्र की गर्दन कटी, पुलिस पर लगे ये आरोप
द्वारकापुरी थाना क्षेत्र में चाइनीज मांझे ने 20 वर्षीय छात्र हिमांशु की जान ले ली. घटना द्वारकापुरी थाना क्षेत्र की है. आरोप है कि यहां एक अज्ञात युवक चाइनीज मांझे से पतंग उड़ा रहा था, जिससे हादसा हो गया. परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि जब घटना की शिकायत क्षेत्रीय एसीपी से की गई तो एक व्यक्ति के मोबाइल से चाईनीज मांझे का वीडियो डिलीट करवा दिया गया और पूरे घटनाक्रम को मात्र एक सड़क दुर्घटना कहा, जिसके बाद परिजनों ने इसकी शिकायत वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से की.
पूरे मामले पर जानकारी देते हुए एडिशनल कमिश्नर अमित सिंह ने कहा, "परिजनों ने इसकी शिकायत की है, जिसके बाद पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है. जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी."
- विदिशा में NSUI कार्यकर्ताओं ने फूंका सरकार का पुतला, आग बुझाने के लिए बुलाना पड़ा वाटर कैनन
- सतना में प्रिंसिपल को चूड़ियां पहनाने क्यों पहुंची छात्राएं, साथ में गये थे ढोल नगाड़े
थाना प्रभारी समेत कई पर जुर्माना
पूरे मामले के जांच की जिम्मेदारी डीसीपी डॉ. ऋषिकेश मीणा को सौंपी गई थी. जांच में पाया गया कि थाना प्रभारी ने अपने कार्य में लापरवाही बरती है, जिसके बाद थाना प्रभारी आशीष सप्रे पर 5 हजार रुपए, सहायक उप निरीक्षक कमलेश डाबर और प्रधान आरक्षक प्रताप पर 1 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया है.