बदायूं: आजमगढ़ से सांसद धर्मेंद्र यादव शुक्रवार को 2022 विधानसभा चुनाव के दौरान आचार संहिता उल्लंघन के मामले में एमपी एमएलए कोर्ट बदायूं पहुंचे. कोर्ट ने सांसद धर्मेंद्र यादव समेत तमाम सहयोगियों को आचार संहिता उल्लंघन के मामले से दोष मुक्त कर दिया है. कोर्ट से दोष मुक्त होने के बाद सांसद धर्मेंद्र यादव ने मीडिया से मुखातिब होकर योगी और मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया. साथ ही पेपर लीक मामले में योगी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए.
समाजवादी पार्टी के आजमगढ़ से सांसद धर्मेंद्र यादव ने कहा कि मुझे खुशी है कि मुझे 2022 के मुकदमे में मुझे और मेरे सहयोगियों दोष मुक्त कर दिया गया है. न्यायपालिका ही एक ऐसी व्यवस्था है जो विपक्ष के लोगों को सरकार से बचाने का कार्य कर रही है. इसीलिए हम लोग देश के संविधान की रक्षा के लिए दृढ़ संकल्प हैं. नीट की परीक्षा पर उन्होंने कहा कि आज मेरी तारीख थी. जिस वजह से मैं संसद नहीं पहुंच पाया. वहां हमारी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ-साथ सारे लोग मौजूद थे.
लोकसभा में नीट की परीक्षा पर चर्चा होनी चाहिए थी. जब सत्ता पक्ष के विधायक स्वीकार कर रहे हैं तो मुख्यमंत्री का बुलडोजर क्यों नहीं चल रहा है. लाखों नौजवान परेशान हैं, योगी राज में 14-15 परीक्षाओं के पेपर लीक हो चुके हैं और यह सब सुनियोजित तरीके से हो रहा है. जिससे यह लोग करोड़ों रुपये कमा रहे हैं. इससे अपने लोगों को लाभ पहुंचाया जा रहा है.
बरेली गैंगवार पर सपा सांसद ने कहा कि उसमें एक बीजेपी के पूर्व विधायक शामिल हैं इस वजह से उनके यहां बुलडोजर नहीं चलेगा. 2027 के विधानसभा चुनाव में इस बार प्रदेश में समाजवादी पार्टी अपनी सरकार बनाएगी. भ्रष्टाचार के मुद्दे पर धर्मेंद्र यादव ने कहा कि थानों में तहसीलों में लगातार भ्रष्टाचार के मामले सामने आ रहे हैं. सरकार की एजेंसी छोटे-मोटे लोगों को पकड़ कर कार्रवाई कर रही है. बड़े लोगों तक यह एजेंसी नहीं जा रही. मामला गंगोत्री से ही गंदा हो रहा है. भ्रष्टाचार के मामले ऊपर से ही नीचे की ओर चल रहे हैं.
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