नई दिल्ली: साल 2024 अब खत्म होने के पड़ाव पर है. इस साल दिल्ली की कई आपराधिक घटनाओं ने लोगों को हिलाकर रख दिया. कभी पुलिस कॉन्स्टेबल की चाकू मारकर हत्या किए जाने की घटना, तो कभी कार शोरूम के बाहर फायरिंग की घटना से लोगों में दहशत फैली. इतना ही नहीं, घर के बेटे द्वारा अपने माता-पिता और बहन के कत्ल की घटना से तो लोग स्तब्ध रह गए, कि कैसे कोई अपना ही घर के सदस्यों को इतनी बेहरमी से मौत के घाट उतार सकता है. इसके अलावा दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी दो बार खुद पर हमला होने का आरोप लगाया.
वहीं दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक, इस साल 30 नवंबर तक 2023 के मुकाबले हत्या और रेप के मामलों में कमी आई. पिछले तीन साल के आंकड़ों को भी देखें तो भी इस साल के आंकड़े उनसे कम हैं. दिल्ली पुलिस की तरफ से बताया गया कि अधिकतर रेप के मामलों में आरोपी, परिवार के सदस्य या रिश्तेदार ही निकले. वहीं 21 प्रतिशत हत्या की घटनाओं में अवैध संबंध और पारिवारिक विवाद ही कारण बने. इसके अलावा 12 फीसदी हत्या के मामले में आरोपी बाहरी निकले. पुलिस का दावा है कि 95 प्रतिशत आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है.
केजरीवाल रहे हमलावर: दिल्ली पुलिस इन आंकड़ों के आधार पर भले ही अपनी पीठ थपथपा रही हो, लेकिन इन्हीं आपराधिक घटनाओं को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लगातार केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के ऊपर हमलावर बने हुए हैं. गृह मंत्री अमित शाह ने नवंबर में दिल्ली पुलिस मुख्यालय में पुलिस कमिश्नर के साथ बैठक करके कानून व्यवस्था की समीक्षा की थी. इसके बाद भी दिल्ली में आपराधिक घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं.
आइए जानते हैं दिल्ली में इस साल घटी प्रमुख 10 आपराधिक घटनाओं को-
- 7 दिसंबर को शाहदरा में मॉर्निंग वॉक से लौटते समय कारोबारी सुनील जैन की बाइक सवार बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. पुलिस जांच में सामने आया कि बदमाश विराट जैन नामक शख्स की हत्या करने आए थे, लेकिन उन्होंने गलती से सुनील जैन की हत्या कर दी. इस हत्या के बाद अरविंद केजरीवाल ने गृहमंत्री अमित शाह पर निशाना साधा था.
- 7 दिसंबर को पश्चिमी दिल्ली के ख्याला इलाके में प्रेमिका से शादी न करने देने की बात से नाराज बेटे ने मां की चाकू से गोदकर हत्या कर दी थी. 22 वर्षीय युवक को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. पूछताछ में सामने आया था कि मां ने उसे अपनी पसंद से शादी करने पर संपत्ति से बेदखल करने की धमकी दी थी, जिससे नाराज होकर उसने वारदात को अंजाम दिया था.
- 4 दिसंबर को दक्षिणी दिल्ली के देवली गांव में 20 वर्षीय बेटे ने अपने मां-पिता और बहन की गला काटकर हत्या कर दी थी. आरोपी ने खुद ही माता-पिता बहन की हत्या कर पुलिस को सूचना देकर गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस को शक होने के बाद उससे पूछताछ में सारी बात सामने आ गई. आरोपी ने बताया कि उसने सिर्फ इसलिए हत्या की, क्योंकि माता-पिता उसकी बहन को ज्यादा चाहते थे और उसकी बहन को भी संपत्ती देने की बात करते थे.
- 24 नवंबर को दक्षिण-पूर्वी जिले के गोविंदपुरी इलाके में पुलिस कॉन्स्टेबल किरणपाल की तीन आरोपियों ने चाकू घोंपकर हत्या कर दी. उस समय वह पेट्रोलिंग ड्यूटी पर थे. इस दौरान स्कूटी सवार तीन युवकों को रोकने पर उनकी झड़प हुई और युवकों ने कॉन्स्टेबल को चाकू मार दिया. घटना के बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी को मुठभेड़ में मार गिराने के साथ दो अन्य को गिरफ्तार कर लिया था.
- 1 नवंबर को शाहदरा इलाके में चाचा-भतीजे की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. हत्या का कारण 70 हजार रुपये का लेन-देन रहा था.
- 14 अक्टूबर को दिल्ली पुलिस ने महिपालपुर इलाके में एक युवक के गोदाम पर छापा मारकर 562 किलो कोकीन और 40 किलो हाइड्रोपोनिक मारिजुआना की खेप जब्त की थी. युवक से पूछताछ के बाद गुजरात से 13,000 करोड़ की ड्रग्स जब्त की गई थी.
- 10 अक्टूबर को दिल्ली में ओडिशा की रहने वाली युवती के साथ गैंगरेप किया गया था. एक नौसेना अधिकारी ने पुलिस को सूचना दी और उसे एम्स में भर्ती कराया. इस घटना को लेकर ओडिशा सरकार ने भी एक पुलिस अधिकारी को दिल्ली भेजा ताकि युवती को जल्दी न्याय मिल सके.
- 3 अक्टूबर को दिल्ली के जैतपुर इलाके में दो लड़कों ने अस्पताल में घुसकर डॉक्टर की गोली मारकर हत्या कर दी थी. दोनों युवक इलाज कराने के बहाने से डॉक्टर से मिलने आए थे.
- 27 सितंबर को नारायणा इलाके में बदमाशों ने कार शोरूम पर कई राउंड फायरिंग की थी. बाद में सामने आया कि इस घटना को फिरौती के लिए अंजाम दिया गया था.
- 17 जुलाई को जीटीबी अस्पताल में भर्ती मरीज रियाजुद्दीन की चार बदमाशों ने अस्पताल के वॉर्ड में घुसकर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर हत्या कर दी. गोली चलते ही डॉक्टर और नर्स जान बचाकर भागे. बाद में पता चला कि यह गैंगवार का मामला था और बदमाश बदला लेने के लिए अस्पताल में भर्ती दूसरे बदमाश को मारने आए थे. लेकिन, गलती से उन्होंने रियाजुद्दीन की हत्या कर दी. इस घटना के बाद अस्पताल के डॉक्टरों ने सुरक्षा की मांग को लेकर हड़ताल कर दी, जो दिन बाद जाकर खत्म हुई थी.
आपराधिक घटनाओं में आई कमी: इन घटनाओं को लेकर दिल्ली पुलिस महासंघ के अध्यक्ष और रिटायर्ड एसीपी वेदभूषण ने कहा, 'अरविंद केजरीवाल द्वारा राजधानी की कानून व्यवस्था को मुद्दा बनाना महज चुनावी स्टंट है. दिल्ली पुलिस के आंकड़े साफ बता रहे हैं कि पिछले तीन सालों की तुलना में दिल्ली में इस साल हत्या, रेप, ईव टीजिंग सहित अन्य आपराधिक घटनाओं में कमी आई है.'
उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस ने हर तरह की घटनाओं में आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है. तभी तो गिरफ्तार होने वालों का आंकड़ा 95 प्रतिशत है. अरविंद केजरीवाल के खुद के विधायक नरेश बालियान गैंगस्टर के साथ मिलकर फिरौती वसूलने का काम कर रहे हैं. ऐसे में उन्हें इसपर नहीं बोलना चाहिए. इसके अलावा उन्होंने दिल्ली की बढ़ती आबादी के अनुसार पुलिस में मैनपावर की कमी को दूर करने पर भी जोर दिया.
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