नई दिल्ली/ग्रेटर नोएडा: यमुना विकास प्राधिकरण क्षेत्र में आने वाले गांवों को विकसित करने की योजना बना रहा है. पहले चरण में 107 गांवों को विकसित किया जाएगा. प्रत्येक गांव में करीब एक करोड़ 70 लाख रुपये खर्च होंगे. इसको लेकर यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ.अरुणवीर सिंह ने जानकारी दी है. खास बात यह है कि ग्राम पंचायत की जमीन का बेहतर तरीके से इस्तेमाल किया जाएगा. इससे ना तो अवैध निर्माण हो सकेगा और ना ही ग्राम पंचायत की बिल्डिंग खाली होगी.
यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ अरुणवीर सिंह ने बताया कि जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के संचालित होने के बाद आसपास के इलाके में तेजी से विकास किया जाएगा. यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में आने वाले गांवो में ग्राम पंचायतो को खत्म कर दिया गया है. जिसके चलते गांव के विकास की जिम्मेदारी प्राधिकरण के पास है. ऐसे में गांव में बने पंचायत घरो को प्राधिकरण अब विकसित कर कम्युनिटी सेंटर के रूप में तैयार कर रहा है. इसके साथ ही प्राधिकरण वहां पर कर्मचारियों की भी नियुक्ति करेगा. इसके बाद ग्रामीणों को कई तरह के कागजी कार्रवाई या सर्टिफिकेट के लिए प्राधिकरण के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे.
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एक गांव में खर्च होंगे 1.70 करोड़
डॉ अरुणवीर सिंह ने बताया कि प्राधिकरण क्षेत्र में 107 गांव है. इन गांवों को विकसित करते हुए गांव में सड़क, पानी, लाइब्रेरी व कम्युनिटी सेंटर सहित अन्य सुविधाएं दी जाएगी. जिसके चलते एक गांव में लगभग एक करोड़ 70 लाख रुपए खर्च होंगे. इन सभी गांव को सेक्टरों की तर्ज पर विकसित करते हुए गांव में तालाब और पीने के पानी की भी खास सुविधा दी जाएगी. इन सभी गांव को विकसित करने में प्राधिकरण के लगभग 180 करोड़ रुपए खर्च होंगे. यह सभी विकास कार्य आगामी बोर्ड बैठक में शासन को भेजे जाएंगे इसके बाद पास होते ही विकास कार्य शुरू हो जाएंगे.
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