चरखी दादरी : अंतर्राष्ट्रीय रेसलर विनेश फोगाट के मेडल जीतने की आस में मंगलवार को विनेश फोगाट के बलाली गांव में जश्न मनाया जा रहा था लेकिन विनेश की किस्मत ने ऐसी पलटी मारी कि 24 घंटे में ही पूरे गांव की तस्वीर बदल गई और विनेश के डिस्क्वालीफाई होने के बाद बलाली गांव में मातम जैसा माहौल हो गया है.
मंगलवार को जश्न, बुधवार को मातम : विनेश के बलाली गांव में द्रोणाचार्य अवार्डी उनके ताऊ महावीर फोगाट ग्रामीणों के साथ जश्न मनाते हुए बेटी के गोल्ड जीतने की उम्मीद जता रहे थे. ऐसे में बुधवार सुबह जैसे ही विनेश फोगाट के ओलंपिक में डिस्क्वालीफाई करने की ख़बर आई तो पूरे गांव में सन्नाटा छाया गया. द्रोणाचार्य अवार्डी महावीर फोगाट की आंखों में आंसू आ गए थे.
"विनेश के साथ साज़िश की आशंका" : बेटी के साथ हुए घटनाक्रम को लेकर महावीर फोगाट ने रोते हुए अपना दर्द बयां किया. उन्होंने कहा कि उनकी बेटी गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचने जा रही थी. लेकिन विनेश फोगाट के डिस्क्वालीफाई होने की ख़बर मिलते ही उन्हें काफी सदमा पहुंचा है. जिस तरह से विनेश फोगाट डिस्क्वालीफाई हुई है, उससे देशवासियों की उम्मीदें टूटी है. वे उम्मीद करते है कि भविष्य में विनेश और भी मेहनत करेगी और ओलंपिक में अपना मुकाम फिर से हासिल करेगी. वहीं विनेश के चाचा विजेंद्र सांगवान और बलाली गांव के ग्रामीण विनेश के डिस्क्वालीफाई होने की ख़बर से आहत हैं. उन्हें भी उम्मीद थी कि बेटी गोल्ड लेकर लौटेगी, लेकिन नियमों के फेर में विनेश को डिस्क्वालीफाई कर दिया. इस बीच कुछ लोगों ने इसे साज़िश तक करार दे दिया.
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