नई दिल्ली: पूरे देश भर में हर साल 19 जून को वर्ल्ड सिकल सेल डे के रूप में मनाया जाता है. यह एक जेनेटिक बीमारी है जो लाल रक्त कोशिकाओं को प्रभावित करती है, जिससे उनमें कमी आती है. इसके कारण शरीर के अंगों में ऑक्सिजन नहीं पहुंच पाता है, जिसका समय रहते इलाज न कराया जाए तो यह घातक भी हो सकता है. इसी क्रम में बुधवार को दिल्ली एम्स में विश्व सिकल सेल दिवस मनाया गया. इस मौके पर जनजातीय मामले के केंद्रीय मंत्री जुएल ओरांव और जनजातीय कार्य मंत्रालय में राज्य मंत्री दुर्गा दास ऊइके ने शिरकत की.
कार्यक्रम में एम्स के डायरेक्टर एम श्रीनिवासन समेत कई सीनियर डॉक्टर्स और इस बीमारी से पीड़ित बच्चे के साथ उनके परिजन भी शामिल हुए. मंत्री जुएल ओरांव ने बताया कि इस बीमारी की रोकथाम के लिए मंत्रायल क्या कार्य करेगा. उन्होंने इस बीमारी से ग्रस्त बच्चों के परिजनों से मुलाकात भी की और उन्हें जागरूक किया.
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उन्होंने कहा कि एम्स अस्पताल और जनजातीय कार्य मंत्रालय के द्वारा संयुक्त अभियान से इस बीमारी को जड़ से खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है. इसके लिए बजट का प्रावधान भी है हम एम्स को बिरसा मुंडा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का दायित्व दे रहे हैं. इसके लिए एम्स अस्पताल में औपचारिक बैठक की गई है. देशभर के 340 जिले और 18 राज्यों में यह कार्य किया जाएगा, जिसमें सभी का सहयोग जरूरी है.
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