लखनऊ : भगवान राम की नगरी अयोध्या में 28 से 30 अक्टूबर तक दीपोत्सव मनाया जाएगा. इस मौके पर साकेत से चार किलोमीटर तक शोभायात्रा निकाली जाएगी. अयोध्या में दीपावली के लिए पर्यटन एवं संस्कृति विभाग ने भी खास तैयारी की है. इस क्रम में अयोध्या में 25 लाख दीप प्रज्ज्वलित किए जाएंगे. साथ ही 10 लाख दीप विभिन्न मंदिरों में जलाए जाएंगे. कार्यक्रम में अवध विश्वविद्यालय, स्वयंसेवक, पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के साथ-साथ विभिन्न कॉलेजों के छात्र-छात्राओं का सहयोग लिया जा रहा है. पिछले साल 22.23 लाख दीपक प्रज्वलित किए गए थे. जिसमें 54 देश के राजनयिक साक्षी बने थे. इसके अलावा अयोध्या में हेलीकॉप्टर से भगवान राम, लक्ष्मण, सीता और हनुमान की झांकी निकाली जाएगी. साथ ही रथ से शोभायात्रा निकाली जाएगी.
यह जानकारी बुधवार को पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने गोमतीनगर स्थित पर्यटन भवन में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान मीडिया से साझा की. पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री व अतिथियों की मौजूदगी में इस बार लक्ष्मण किला घाट से नया घाट तक 1100 वेदाचार्यों के साथ सरयू आरती कर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया जाएगा. साथ ही अनगिनत दीपों की झिलझिल में सरयू धारा, राम की पैड़ी पर पानी के बीचोबीच भव्य स्टेज पर कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम व लेजर शो पेश किया जाएगा.
छह देशों के कलाकार करेंगे रामलीला का मंचन : दीपोत्सव में छह देशों के कलाकार रामलीलाओं का मंचन करेंगे. इसमें थाईलैंड, कंबोडिया, इंडोनेशिया, म्यांमार, मलेशिया व नेपाल के कलाकार होंगे. इसमें आईसीसीआर का सहयोग लिया जाएगा. रामनगरी अयोध्या में मेजबान उत्तर प्रदेश सहित 16 राज्यों के कलाकार भी हिस्सा लेंगे. इसमें कश्मीर, उत्तराखंड, हरियाणा, मध्य प्रदेश, पंजाब, महाराष्ट्र, असम, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, राजस्थान, बिहार, चंडीगढ़, सिक्किम, छत्तीसगढ़ के कलाकार सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे. दीपोत्सव-2024 में गुप्तार घाट, बड़ी देवकाली, तुलसी उद्यान, हनुमानगढ़ी, रामपथ, रामकथा पार्क, सरयू तट, राम की पैड़ी आदि स्थानों पर देश-विदेश के कलाकार सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देंगे. इस दौरान ड्रोन शो, म्यूजिकल लेजर शो आदि भी होंगे.
महाकुंभ में इन देशों को भेजा गया आमंत्रण : पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि विभिन्न देशों के राजनीतिकों और उच्चायुक्तों को प्रयागराज महाकुंभ 2025 में शामिल होने के लिए आमंत्रण भेजा गया है. इनमें नेपाल, मॉरीशस, इंडोनेशिया, श्रीलंका, मलेशिया, गुयाना, कंबोडिया, जर्मनी, थाईलैंड, दक्षिण अफ्रीका, त्रिनेदाद एंड टुबैगो, नीदरलैंड, फ्रांस, फिजी, सूरीनाम, यूनाइटेड किंगडम, रियूनियन, भूटान, सिंगापुर, यूएसए, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, केन्या, इटली, जमैका, सेशेल्स, रूस, स्पेन, यूक्रेन, इथोपिया, जांबिया, मेडागास्कर, वेस्टइंडीज, बांग्लादेश और म्यांमार हैं.